Fake recruitment scam in Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर स्थित मिलिट्री इंटेलिजेंस सर्विस (MES) में नौकरी दिलाने के नाम पर किए गए फर्जी भर्ती घोटाला मामले का भंडाफोड़ करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. स्थानीय प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक कुपवाड़ा पुलिस में मुमताज अहमदमीर ने क्रालपोरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उनका बेटा मोहम्मद सामी मीर, नजीर अहमद नाम के एक शख्स द्वारा किए गए फर्जी भर्ती घोटाले का शिकार हो गया है. शिकायतकर्ता ने दावा किया था कि उसके बेटे से रुपयों की ठगी की गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

फर्जी लेटर देकर वसूली


पीड़ित पिता ने बताया कि उनके बेटे को फर्जी नियुक्ति पत्र देने के एवज में 70000 रुपये लिए गए थे. इस शिकायत पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए एक्शन लिया गया. मिलिट्री इंटेलिजेंस (MI) की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के बाद क्रालपोरा पुलिस स्टेशन ने एफआईआर नंबर 76/2023 दर्ज करके कानूनी कार्यवाही शुरू की गई. जांच प्रक्रिया के दौरान, प्रमुख गवाहों के बयान दर्ज किए गए, और सबूत के तौर पर नकली नियुक्तिपत्र जब्त किए गए.


बाद में नजीर अहमद खान को घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया. आगे के खुलासे तब सामने आए जब आरोपी ने MES के दफ्तर में नौकरी की तलाश कर रहे बेरोजगार युवाओं को धोखा देने के लिए एक खास कार्यप्रणाली का इस्तेमाल करने वाले घोटालेबाजों के गैंग के साथ अपने गठजोड़ का खुलासा किया. इसके बाद उसने अपने चार सहयोगियों की पहचान रावथपोरा निवासी जहूर अहमद मीर, अवंतीपोरा निवासी शकील अहमद, शाल्टांग श्रीनगर निवासी फिरोज अहमद और पंपोर पुलवामा निवासी शफकत अहमद शाह के रूप में बताई. इसके बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया.


आठ बेरोजगारों को बनाया शिकार


इस मामले में इस गैंग ने उत्तरी कश्मीर के रहने वाले 8 बेरोजगार युवाओं से छगी करते हुए करीब 25 लाख की अवैध रकम जुटाई थी. आरोपियों के कब्जे से नकली नियुक्ति पत्र, गेट पास, लैपटॉप, डेस्कटॉप, प्रिंटर और सेलफोन सहित पर्याप्त सबूत जब्त किए गए हैं. अधिकारियों का कहना है जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी कुछ और मामलों का खुलासा हो सकता है.