नई दिल्ली: भारत में आने वाली कोरोना की तीसरी लहर (3rd Wave of Corona) को काबू किया जा सकता है. केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकर विजय राघवन ने शुक्रवार को कहा, 'यदि हम मजबूत उपाय करते हैं तो ऐसा संभव है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर कहीं ना आए. हालांकि यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि स्थानीय, राज्यों, जिला वार और शहरों के स्तर पर सभी जगह किस स्तर से प्रभावी गाइडेंस का पालन किया गया है.'



बुधवार को दी थी तीसरी लहर की चेतावनी


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इससे कुछ दिन पहले विजय राघवन ने ही भारत में जल्द कोरोना की तीसरी लहर आने की चेतावनी दी थी. उन्होंने बुधवार को कहा था कि जिस तरह तेजी से वायरस का प्रसार हो रहा है कोरोना महामारी की तीसरी लहर आनी तय है, लेकिन यह साफ नहीं है कि यह तीसरी लहर कब और किस स्तर की होगी. उन्होंने कहा कि हमें बीमारी की नई लहरों के लिए तैयारी करनी चाहिए, वरना इसे रोक पाना मुश्किल हो जाएगा.


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कोरोना वैक्सीन को अपडेट करने की जरूरत


कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए वैक्सीन को अपडेट करने की आवश्यकता है. इसके लिए 30 ग्रुप रिसर्च की दिशा में लगे हुए हैं. राघवन ने कहा एक टीके की खोज में ना सिर्फ लंबा वक्त लगता है बल्कि पैसा भी ऐसे खर्च होता है. उम्मीद है कि सालभर के भीतर कोरोना वायरसकी वैक्सीन खोज ली जाएगी. इस पर 2 से 3 बिलियन डॉलर का खर्चा आ सकता है.


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अगले 6 महीने में हो सकता है ह्यूमन ट्रायल


वैश्विक कंपनियों के साथ हमारी कंपनियां भी संयुक्त रूप में इसे डेवलप करने में लगी हुई हैं. उम्मीद है कि अगले 5 से 6 महीने में मानव शरीर में इसके ट्रायल देखने को मिल जाएगा. वहीं नीति आयोग की तरफ से डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि कोरोना के खिलाफ अंतिम लड़ाई व्यक्ति से ही जीती जाएगी, जिस पर दुनियाभर में काम चल रहा है.


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