नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों (Delhi-NCT) में प्रदूषण की स्थिति लगातार खराब बनी हुई है और इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. केंद्र ने इंफोर्समेंट टास्क फोर्स और फ्लाइंग स्कवायड का गठन किया है. केंद्र सरकार ने पांच सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया, जिन्हें विधायी शक्तियां भी दी गई हैं. इसके साथ ही 17 फ्लाइंग स्कवायड भी बनाए गए हैं.


सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर दी जानकारी


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ( CAQM) ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) में हलफनामा दाखिल कर इस बात की जानकारी दी. हलफनामे के अनुसार, 2 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदूषण को रोकने के लिए दिए गए आदेश को देखते हुए आयोग और केंद्र ने पांच सदस्यीय इंफोर्समेंट टास्क फोर्स (Enforcement Task Force) का गठन किया है.


टास्क फोर्स को मिली सजा देने की शक्ति


इंफोर्समेंट टास्क फोर्स के पास सजा देने और प्रदूषण फैलाने से रोकने के लिए विधायी शक्तियां भी दी गई हैं. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर बताया कि इंफोर्समेंट टास्क फोर्स की अध्यक्षता एमएम कुट्टी (CAQM के चेयरपर्सन) करेंगे और CPCB के चेयरमैन तन्मय कुमार इसके सदस्य होंगे. इसके अलावा TERI की डीजी डॉ विभा धवन, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष एनके शुक्ला और CAQM के NGO सदस्य आशीष धवन भी टास्क फोर्स के सदस्य हैं.


24 घंटे में 40 होगी फ्लाइंग स्क्वायड की संख्या


केंद्र सरकार ने हलफनामें में कहा कि 17 फ्लाइंग स्कवायड भी बनाए गए हैं, जो सीधा इंफोर्समेंट टास्क फोर्स को रिपोर्ट करेंगे. फ्लाइंग स्कवायड के मेंबर विभिन्न स्थानों प्रदूषण फैलाने से रोकने के लिए छापे मार रहे हैं और अभी तक वो 25 जगहों पर औचक छापे मार चुके हैं. केंद्र सरकार ने कहा कि अगले 24 घंटे में फ्लाइंग स्क्वायड की संख्या बढ़ा पर 40 कर दी जाएगी.


VIDEO-


दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति


दिल्ली में आज (3 दिसंबर) सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 385 रहा, जबकि नोएडा में एक्यूआई 562 और गुरुग्राम में एक्यूआई 413 दर्ज किया गया. वहीं गाजियाबाद में पीएम 2.5 का लेवल 222 दर्ज किया गया. इससे पहले गुरुवार (2 दिसंबर) को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 342 और बुधवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 357 रहा था.


कब कितनी खराब मानी जाती है हवा


बता दें कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शून्य से 50 के बीच रहने पर हवा को अच्छा माना जाता है, जबकि 51 और 100 के बीच एक्यूआई 'संतोषजनक' श्रीणी में माना जाता है. वहीं एक्यूआई जब 101 और 200 के बीच रहता है प्रदूषण को 'मध्यम', जबकि 201 और 300 के बीच इसे खराब माना जाता है. 301 और 400 के बीच हवा को 'बेहद खराब' माना जाता है, जबकि 401 और 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.


लाइव टीवी