नई दिल्ली : मोदी सरकार ने काम में कोताही बरतने वाले कर अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। सरकार ने काम नहीं करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 33 कर अधिकारियों को समय से पहले ही सेवानिवृत्ति दे दी है। जिन अधिकारियों को सेवानिवृत्ति दी गई है उनमें ‘ए’ समूह के सात अधिकारी भी शामिल हैं।


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वित्त मंत्रालय के एक बयान के अनुसार बीते दो साल में अन्य विभागों व अनुशासनात्मक कार्रवाइयों में 72 अधिकारियों को पदच्युत किया गया जिनमें ए समूह के छह अधिकारी शामिल हैं। बयान के अनुसार, यह आम धारणा है कि चूककर्ता अधिकारियों के खिलाफ काम नहीं करने तथा करदाताओं को प्रताड़ित करने सहित अन्य मामलों में कोई कार्रवाई नहीं होगी। इसके अनुसार, मौजूदा सरकार ने इस सोच को बदलने के विभिन्न कदम उठाए हैं। इसमें कहा गया है कि पहली बार राजस्व सेवा के 33 अधिकारियों को काम नहीं करने के लिए समय से पहले सेवानिवृत्ति दी गई है। यह कदम सीसीएस (पेंशन) नियम की धारा 56 (जे) के तहत उठाया गया है।


गौर हो कि पिछले दो सालों में विभागीय जांच और अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत ऐसे 72 अधिकारियों को नौकरी से बर्खास्त किए गए। (एजेंसी इनपुट के साथ)