प्रयागराज:  शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Shiv Sena President Uddhav Thackeray) के अयोध्या में रामलला के दर्शन को लेकर मंदिर न्यास के महामंत्री एवं विहिप के उपाध्यक्ष चंपत राय (Champat Rai) के कथित बयान को अखाड़ा परिषद ने मंगलवार को अहंकारपूर्ण बताया.


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शिवसेना नीत बीएमसी के खिलाफ नाराजगी
गौरतलब है कि महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे नीत सरकार और शिवसेना नीत बीएमसी (BMC) के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए हनुमान गढ़ी के संत राजू दास (raju Das) ने कहा था कि सरकार ने अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के खिलाफ बिना देरी कार्रवाई की, लेकिन वह पालघर में हुई साधुओं की नृशंस हत्या के मामले में कार्रवाई नहीं कर रही है. उन्होंने कथित रूप से कहा था कि ठाकरे को अयोध्या में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. उनके इस बयान पर सोमवार को जारी एक वीडियो में राय ने कहा था कि उद्धव को रोकने की हिम्मत किसी में नहीं है.


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संत समाज में नाराजगी 
इस विवाद के बीच अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा, ‘महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़ा के दो साधुओं की नृशंस हत्या पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे संत समाज नाराज है. इसी आवेश में हनुमान गढ़ी के संत राजू दास ने ऐसा बयान दिया, जोकि गलत है.’ गिरि ने कहा, ‘चंपत राय ने जो बयान दिया है, उससे प्रतीत होता है कि उन्हें अहंकार हो गया है. वह विहिप से लंबे समय से जुड़े रहे हैं, उनका एक कद है और वह राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के के महामंत्री हैं. उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिए. (इनपुट भाषा)