Shivshakti Row: चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की लैंडिंग की जगह का नाम शिवशक्ति (Shivshakti) रखने पर सियासत भी शुरू हो गई. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी (Rashid Alvi) ने शिवशक्ति नाम रखने पर आपत्ति जताई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर राजनीति करने का आरोप लगा दिया. राशिद अल्वी ने कहा कि वो कभी सड़कों के नाम बदलते हैं, कभी शहरों के नाम बदलते हैं और अब वो चांद तक पहुंच गए हैं. क्या चांद की उस धरती के मालिक प्रधानमंत्री हैं, जिसका वो नाम रख रहे हैं? बता दें कि राशिद अल्वी के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी नेता बैजयंत पांडा ने कहा कि ऐसे लोगों को जनता सजा दे चुकी है.


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बीजेपी ने किया पलटवार


बीजेपी नेता बैजयंत पांडा ने कहा कि जिस पर देश को गर्व होना चाहिए, उस पर भी राजनीति करते हैं. उनको लोग सजा दे चुके हैं. जनता सजा दे चुकी है और उन पर हम और समय देना जरूरी नहीं मानते. दूसरी तरफ, शिया मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने भी शिवशक्ति नाम पर ऐतराज जताया है. उन्होंने कहा कि ये देश की कामयाबी है इसलिए भारत या इंडिया नाम रखना चाहिए था.


धर्मगुरु ने जताई आपत्ति


शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि मैं समझता हूं कि उसका नाम जो है, भारत रखना चाहिए. इंडिया रखना चाहिए. हिंदुस्तान रखना चाहिए. इन सबसे मुनासिब रहता ताकि वहां पर भी इंडिया नाम से तिरंगा हमारा लहराता रहता.


प्रधानमंत्री के 3 बड़े ऐलान


प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरु के इसरो कमांड सेंटर पहुंचकर वैज्ञानिकों से मुलाकात की और चंद्रयान-3 की कामयाबी से जुड़े 3 बड़े ऐलान किए. पीएम मोदी ने चांद के साउथ पोल पर जिस जगह पर चंद्रयान-3 ने लैंडिंग की उस जगह को 'शिवशक्ति' पॉइंट का नाम दिया. साल 2019 में चंद्रयान-2 ने भी साउथ पोल पर लैंडिंग की थी लेकिन वो क्रैश हो गया था. जिस जगह पर चंद्रयान-2 ने अपने पदचिन्ह छोड़े थे उस जगह को पीएम मोदी ने तिरंगा पॉइंट का नाम दिया.


इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी ऐलान किया कि 23 अगस्त को चांद पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग का दिन अब से नेशनल स्पेस डे के तौर पर मनाया जाएगा. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने चौथा बड़ा ऐलान तो नहीं किया लेकिन एक नया नारा दिया. पीएम मोदी ने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के नारे में 'जय अनुसंधान' शब्द और जोड़ दिया.