IMD Weather Forecast: देश के पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार ने बताया कि अगले दो-तीन दिनों में तापमान में और गिरावट आएगी. पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बर्फबारी दर्ज की गई है. इसका असर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक महसूस किया जा सकता है.


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कोहरा बढ़ने की संभावना


डॉ. कुमार ने कहा कि वर्तमान में न्यूनतम तापमान 10-12 डिग्री के बीच है. आने वाले दिनों में इसमें गिरावट के साथ कोहरे की समस्या बढ़ सकती है. विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में मध्यम से घने कोहरे की संभावना है. दिल्ली-एनसीआर में हालांकि अभी घने कोहरे की स्थिति नहीं बनेगी, लेकिन जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, तापमान में गिरावट होगी.


दिल्ली-एनसीआर: ठंड और प्रदूषण का मिश्रण


दिल्ली-एनसीआर में ठंड का असर दिखने लगा है, लेकिन प्रदूषण की समस्या ने इसे और गंभीर बना दिया है. रविवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने बताया कि दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 366 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है. हालांकि, पहले के मुकाबले प्रदूषण में कुछ सुधार हुआ है. वाहन उत्सर्जन और पराली जलाने से दिल्ली की हवा खराब हो रही है.


कश्मीर में बर्फबारी से राहत और मुश्किलें


जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह और आसपास के क्षेत्रों में मौसम की पहली बर्फबारी से लोगों को दो महीने की शुष्क अवधि से राहत मिली है. पर्यटक और स्थानीय व्यवसायी खुश हैं क्योंकि बर्फबारी से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. पर्यटक बर्फ से ढके पहाड़ों का आनंद ले रहे हैं, जबकि स्थानीय विक्रेताओं को उम्मीद है कि कारोबार में तेजी आएगी.


बर्फबारी से बढ़ी ठंड और दिक्कतें


चिनाब घाटी और कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से शीतलहर शुरू हो गई है. कई इलाकों में तापमान माइनस में पहुंच गया है, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. किश्तवाड़-अनंतनाग हाईवे पर यातायात बर्फबारी के कारण स्थगित कर दिया गया है.


कुपवाड़ा में महिला ने सड़क पर दिया बच्चे को जन्म


कुपवाड़ा में भारी बर्फबारी के कारण सड़कों पर बर्फ जमा होने से एक गर्भवती महिला को अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका. मजबूरी में उसे सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा. स्थानीय लोगों ने प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताई और सड़कों की सफाई की मांग की.


वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार


रविवार को दिल्ली का औसत AQI 318 (बहुत खराब श्रेणी) दर्ज किया गया. यह पहले के 412 से बेहतर है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, पराली जलाने और वाहन उत्सर्जन प्रदूषण के प्रमुख कारण बने हुए हैं. IMD के अनुसार, आने वाले दिनों में मध्यम कोहरा रहने की संभावना है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है.


कोर्ट के आदेश और प्रदूषण प्रबंधन


वायु प्रदूषण पर काबू पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत चौथा चरण लागू किया गया है. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि स्थायी समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है.


(एजेंसी इनपुट के साथ)