Ramlala Darshan Yojana: अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देशभर के राम भक्तों में उत्साह है. वहां तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की नई नवेली विष्णुदेव साय की सरकार ने महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं. कहा गया है कि अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद हर साल बीस हजार यात्रियों को अयोध्या धाम के दर्शन करने का फैसला हुआ है. पहले चरण में 55 साल से अधिक उम्र से नागरिक यात्रा करेंगे. इसे लेकर आईआरसीटीसी से छत्तीसगढ़ सरकार एक एमओयू करेगी. इतना ही नहीं यह भी कहा गया है कि यात्रा में एक पड़ाव काशी होगा. इसके अलावा कैबिनेट ने कई अन्य फैसले भी लिए हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

असल में विष्णुदेव साय की कैबिनेट मीटिंग में कई फैसले लिए गए हैं. कैबिनेट मीटिंग के बाद लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए डिप्टी सीएम अरुण साव ने बताया कि राज्य सरकार पहले चरण में 55 साल के उम्र से ज्यादा वर्ग के लोगों को अयोध्या दर्शन कराएगी. अरूण साव ने बताया कि मोदी की गारंटी देने का सिलसिला लगातार चल रहा है. कैबिनेट बैठक में एक और गारंटी पूरा करने का निर्णय लिया गया है. छत्तीसगढ़ सरकार रामलला के दर्शन कराने “रामलला योजना” की शुरुआत करने जा रही है.


55 साल से अधिक के लोगों को
उन्होंने कहा कि वो लोग जो जिला मेडिकल बोर्ड से सक्षम पाए जाएंगे उन्हें पात्रता मिलेगी. दिव्यांग के लिए एक सहयोगी के साथ पात्रता होगी. 55 साल से अधिक आयु के लोगों को प्रथम चरण में अयोध्या ले जाया जाएगा. इसके लिए IRCTC के साथ छत्तीसगढ़ सरकार MOU करेगी. IRCTC सुरक्षा से लेकर हर व्यवस्था करेगी. इतना ही नहीं फैसले में यह भी कहा गया है कि यात्रा में एक पड़ाव काशी होगा.


महाधिवक्ता प्रफुल्ल भारत होंगे
वहीं एक अन्य फैसले में कैबिनेट ने निर्णय लिया है कि राज्य के महाधिवक्ता प्रफुल्ल भारत होंगे. प्रफुल्ल भारत छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट हैं. अतिरिक्त महाधिवक्ता के तौर पर भी प्रफुल्ल भारत रह चुके हैं.