Coronavirus: चीन ने जानबूझकर तैयार किया कोरोना वायरस, दुनिया को तबाह करने की साजिश का बड़ा खुलासा
Coronavirus: कोरोना महामारी में कई लाख लोगों ने अपनी जान गंवा दी.अनगिनत बच्चे अनाथ हो गए और कई परिवार सड़क पर आ गए. स्थिति संभलने में दो साल से भी ज्यादा का वक्त लग गया. लेकिन महामारी के कभी न भर पाने वाला जख्म आज भी लोगों के जेहन में जिंदा है.
Coronavirus: कोरोना महामारी में कई लाख लोगों ने अपनी जान गंवा दी.अनगिनत बच्चे अनाथ हो गए और कई परिवार सड़क पर आ गए. स्थिति संभलने में दो साल से भी ज्यादा का वक्त लग गया. लेकिन महामारी के कभी न भर पाने वाला जख्म आज भी लोगों के जेहन में जिंदा है. कई बार चीन को कोरोना महामारी का जिम्मेदार ठहराया जा चुका है. अब एक बार फिर चीन के ही रिसर्चर ने महामारी को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है. रिसर्चर ने चीन पर कोरोना वायरस को जानबूझकर फैलाना का आरोप लगाया है.
वुहान के शोधकर्ता का दावा है कि चीन ने जानबूझकर कोरोनोवायरस को "जैव हथियार" के रूप में तैयार किया. यह चौंका देने वाला दावा चाओ शान ने इंटरनेशनल प्रेस एसोसिएशन के सदस्य जेनिफर ज़ेंग के साथ एक खास इंटरव्यू में किया था. शोधकर्ता के दावे में चीन और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के बारे में हैरान करने वाली जानकारी है.
चाओ ने कहा कि उन्हें और उनके सहयोगियों को इंसानों सहित अलग-अलग प्रजातियों में फैलने के लिए सबसे प्रभावी स्ट्रेन की पहचान करने का काम सौंपा गया था. इंटरव्यू लेने वाली जेनिफर ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो भी पोस्ट किया है जिसमें मानवाधिकार कार्यकर्ता ने बताया है कि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के शोधकर्ता चाओ ने उन्हें क्या बताया था.
जेनिफर के ब्लॉग में उल्लेख किया गया है कि साक्षात्कार सितंबर 2021 में आयोजित किया गया था. उन्होंने कहा कि चाओ को 2019 में नानजिंग शहर में उनके वरिष्ठ द्वारा कोरोनोवायरस के चार प्रकार दिए गए थे, यह परीक्षण करने के लिए कि उनमें से कौन सबसे अधिक विषैला और संक्रामक था.
चाओ ने मानव ACE2 रिसेप्टर, चमगादड़ और बंदरों पर वायरस का परीक्षण किया. चाओ ने कोरोनोवायरस को "जैव हथियार" भी कहा. उन्होंने 26 मिनट के इंटरव्यू में यह भी बताया कि 2019 में वुहान में सैन्य विश्व खेलों के दौरान उनके कई सहयोगी लापता हो गए थे. बाद में, उनमें से एक ने खुलासा किया कि उन्हें "स्वास्थ्य या स्वच्छता की स्थिति की जांच" करने के लिए उन होटलों में भेजा गया था जहां विभिन्न देशों के एथलीट रह रहे थे. चूंकि स्वच्छता की जांच के लिए वायरोलॉजिस्ट की आवश्यकता नहीं होती है, चाओ शान को संदेह था कि उन्हें वायरस फैलाने के लिए वहां भेजा गया था.
चाओ के दावों पर टिप्पणी करते हुए, जेनिफर ने कहा कि यह पूरी पहेली का एक छोटा सा टुकड़ा है. दुनिया भर में 7 मिलियन या इससे भी अधिक मौतों की जिम्मेदार कोरोना महामारी की असली वजह अभी भी जांच का विषय है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)