Indian-China Relation: चीन का जिक्र करते ही अमूमन चालाक, चालबाज और चतुर पड़ोसी का ही अहसास होता है. लद्दाख हो या अरुणाचल, भारतीय सीमा से सटे इलाकों में आए दिन 'ड्रैगन' अपनी दादागीरी दिखाने की कोशिश करता है. लेकिन हाल ही में उसने भारत की एक दरियादिली पर अहसानमंद होने की बात कही है. मुंबई के पास समुद्र में घायल चीनी नाविक की भारतीय नौसेना ने जान बचाई तो उसने थैंक्यू बोला है. 


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चीन ने गुरुवार को मुंबई तट के पास समुद्र में एक मालवाहक जहाज से गंभीर रूप से घायल एक चीनी नाविक को बचाने और समय पर उसका उपचार कराने के लिए भारतीय नौसेना के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है. भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर ने 24 जुलाई को खराब मौसम के बीच मुंबई से करीब 370 किलोमीटर दूर समुद्र में गंभीर रूप से घायल 51 वर्षीय चीनी नाविक को बाहर निकाला और उसका उपचार कराया. 


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इस नाविक का खून बह रहा था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने प्रेसवार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि भारतीय पक्ष तत्काल उसके बचाव के लिए आगे आया और उसने समय से उसका इलाज कराया. चीन में अब उसकी हालत ठीक है और उसकी तबीयत धीरे-धीरे सुधर रही है. 


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लिन ने कहा कि चीनी पक्ष भारतीय पक्ष के उनसभी विभागों एवं कर्मियों के प्रति हार्दिक आभार प्रकट करता है जिन्होंने मौके पर विपरीत परस्थितियों के बावजूद यह मानवीय अभियान चलाया. भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर ने 24 जुलाई को तड़के पनामा के झंडे वाले जहाज ‘झोंग शान मेन’ से गंभीर रूप से घायल चीनी नाविक को बाहर निकाला और उसे वायुसेना के एक अड्डे पर पहुंचाया. बाद में उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव के बावजूद मेरीटाइम रेस्क्यू कोऑर्डिनेशन सेंटर (मुंबई) ने इस मरीज को समय से बाहर निकालने और उसका इलाज कराने के अभियान को भारतीय नौसेना के साथ तालमेल करके पूरा किया.