AIIMS Server Hacking: चीन से हैक हुआ एम्स का सर्वर, डार्क वेब पर बिक रहा था डाटा
AIIMS Delhi Cyber Attack: भारत से सीधे मुकाबले की हिम्मत चीन में नहीं है. इसलिए वह अब हैकिंग के सहारे भारत को कमजोर करना चाहता है. इस बीच एम्स सर्वर हैक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है.
AIIMS Server Hacking Case: देश के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित अस्पताल एम्स (AIIMS) के सर्वर हैक मामले में बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. ताजा जानकारी के मुताबिक, एम्स (AIIMS) का सर्वर चीन (China) से हैक हुआ था. एम्स के हैक हुए सर्वर का डाटा डार्क वेब (Dark web) पर बिक रहा था. माना जा रहा था कि भारत के सबसे बड़े हॉस्पिटल AIIMS पर हुए एक बड़े साइबर अटैक भारत की मेडिकल सेवाओं को ठप करने के मकसद से किया गया था.
दिल्ली पुलिस कर रही थी जांच
आपको बताते चलें कि एम्स पर हुए साइबर अटैक की वजह से पूरे अस्पताल का कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हुआ था. ओपीडी समेत कई सेवाएं ठप हो गई थीं. इस साइबर हैकिंग की जांच दिल्ली पुलिस कर रही थी. इस साजिश को लेकर देश की सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए थे.
खतरे में मरीजों की जान
किसी भी देश की मेडिकल सेवाओं के ठप होने जाने से कई मरीजों की जान खतरे में आ जाती है. वहीं मेडिकल डेटा ना मिलने से मरीजों के जरूरी ऑपरेशन रुक जाते हैं. जिन मरीजों को डॉक्टर से मिलना था या जिन्हें अपनी जांच रिपोर्ट दिखानी, या जिनका प्रॉयर अपाइंटमेंट था वो सब काम ठप पड़ गए थे.
हेल्थ सेक्टर पर निशाना
संजय गांधी पोस्टग्रेजुए इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सौदे (SGPGIMS) ने दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सामने आने के बाद किसी भी जोन 'रेनसमवेयर हमलों' से अपनी सूचना प्रणाली को बचाने की तैयारी शुरू कर दी है. SGPGIMS के निदेशक प्रोफेसर आरके. धीमान ने अस्पताल सूचना प्रणाली (HIS) पर किसी भी साइबर हमले को रोकने के उपाय करने के लिए अपने सॉफ्टवेयर इंजीनियरों और डॉक्टरों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई थी. उन्होंने कहा कि एम्स, नई दिल्ली से सबक लिया जाना चाहिए, जिसे 23 नवंबर को एक संदिग्ध रैंसमवेयर हमले के कारण आईटी आउटेज का सामना करना पड़ा.
गौरतलब है कि एम्स ने अपने सर्वर पर बड़े पैमाने पर साइबर हमले की सूचना दी थी, जिसमें इसकी सभी रोगी देखभाल सेवाएं - अपॉइंटमेंट, पंजीकरण, प्रवेश, डिस्चार्ज, बिलिंग और रिपोर्ट जनरेशन गंभीर रूप से प्रभावित हुई थीं.
भारत पर बढ़ा साइबर हमले का खतरा
साइबर हमलावरों ने गुरुवार को जल शक्ति मंत्रालय के ट्विटर हैंडल को हैक कर लिया. पिछले सप्ताह एम्स दिल्ली का सर्वर हैक होने के बाद किसी सरकारी साइट पर यह दूसरा बड़ा साइबर हमला है. अधिकारियों ने कहा कि मंत्रालय के खाते की हैकिंग की संबंधित एजेंसियों द्वारा प्रारंभिक जांच शुरू की गई है. हालांकि खाते को शीघ्र ही बहाल कर दिया गया और हैक किए गए खाते से संदिग्ध ट्वीट हटा दिए गए. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने बुधवार को कहा कि साइबर सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है.खासतौर से 5जी आने के बाद चिंता और बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि हमें अपने सिस्टम को एम्स में रैनसमवेयर अटैक जैसे हमलों से बचाना होगा. यह सुरक्षा के मद्देनजर जरूरी है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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