भारत-चीन सीमा विवाद: गलवान घाटी में हुई झड़प का Video आया सामने, देखें भारतीय जवानों ने कैसे दिया था जवाब
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Valley) में पिछले साल हुई हिंसा में चीनी सैनिकों की मौत का सच स्वीकार करने के बाद चीन (China) ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच टकराव साफ दिख रहा है.
लद्दाख: पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Valley) में पिछले साल हुई हिंसा में चीनी सैनिकों की मौत का सच स्वीकार करने के बाद चीन (China) ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच टकराव साफ दिख रहा है. चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने वीडियो जारी कर भारतीय सेना (Indian Army) पर हमला करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही चीन ने मारे गए अपने सैनिकों की फोटो और भारतीय अफसरों के साथ हुई कहासुनी भी दिखाई है. हालांकि वीडियो पर अभी तक भारत की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
चीन ने भारतीय सैनिकों पर लगाया आरोप
चीन के स्टेट मीडिया के विश्लेषक शेन शिवाई ने 3 मिनट 20 सेकेंड का वीडियो शेयर किया है और आरोप लगाया गया है कि भारतीय सैनिकों ने चीनी क्षेत्र में अवैध रूप से घुसने की कोशिश की. वीडियो के जरिए चीन बताने की कोशिश कर रहा है कि चीनी सैनिकों को भारतीय सेना ने ही उकसाया और बातचीत करने गए चीनी सैनिकों पर हमला भी किया.
ये भी पढ़ें- भारत-चीन के बीच आज 10वें दौर की वार्ता, अब इन इलाकों से सैनिकों की वापसी पर चर्चा
लाइव टीवी
20 भारतीय जवान हो गए थे शहीद
बता दें कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर विवाद पिछले साल मई में शुरू हुआ था, जब चीन ने लद्दाख के अक्साई चिन की गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत की ओर से सड़क निर्माण को लेकर आपत्ति जताई थी. 5 मई को भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प होने के बाद सैन्य गतिरोध पैदा हो गया. इसके बाद चीनी सैनिक 9 मई को सिक्किम के नाथू ला (Nathu La) में भी भारतीय सैनिकों के साथ उलझ गए थे, जिसमें कई सैनिकों को चोटें आई थीं. इसके बाद 15 जून को भी लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे.
मारे गए सैनिकों की बात छिपाता रहा है चीन
चीन ने पहली बार गलवान घाटी में अपने सैनिकों और अधिकारियों की मौत की बात कबूल की है. अब तक वह गलवान में घायल हुए और मरने वाले सैनिकों की संख्या छिपाता रहा था. चीनी सेना के ऑफिशियल न्यूज पेपर PLA डेली के मुताबिक, सेंट्रल मिलिट्री कमीशन ने इन सैनिकों को हीरो का दर्जा दिया है. इनमें शिनजियांग मिलिट्री कमांड के रेजिमेंटल कमांडर क्यूई फेबाओ को हीरो रेजिमेंटल कमांडर फॉर डिफेंडिंग द बॉर्डर, चेन होंगजुन को हीरो टु डिफेंड द बॉर्डर और चेन जियानग्रॉन्ग, जियाओ सियुआन और वांग जुओरन को फर्स्ट क्लास मेरिट का दर्जा दिया गया है.
VIDEO