नई दिल्ली: पंजाब में विधान सभा चुनावों को लेकर सियासी दलों ने कमर कस ली है. सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के सामने राज्य में सत्ता में बने रहने की चुनौती है. जीत के लिए कांग्रेस को विपक्षी दलों का सामा करते हुए पार्टी की अंदरूनी कलह से भी पार पाना होगा. इन सबके बावजूद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने दावा किया है कि अगली बार भी पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनेगी. उन्होंने जी न्यूज के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी से Exclusive बातचीत में सिद्धू के बारे में पूछे गए सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. पढ़िए सीएम चन्नी से बातचीत के प्रमुख अंश.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सवालः आप तो हैंड बॉल के खिलाड़ी थे और गोल कीपर थे, दर्शकों को आपकी इस खूबी का पता नहीं होगा. लेकिन अब तो आपकी टीम का ही एक खिलाड़ी सेल्फ गोल कर रहा है, मेरा मतलब नवजोत सिंह सिद्धू से है, उनके सेल्फ गोल से कैसे बचेंगे?


जवाबः हैंड बॉल में गोल कीपर का काम बेहद अहम है, उसका फर्ज है कि वो अपनों से भी बचे और दूसरों से भी, मैं सेल्फ गोल तो बचा ही लूंगा और दूसरों के गोल भी बचा लूंगा.


सवालः लेकिन आपकी अपनी ही टीम सेल्फ गोल कर रही है, लोग परेशान हैं.


जवाबः आपके घर वाले ही आपको असली शिक्षा देते हैं. राजनीति में आलोचक होने ज़रूरी हैं, आलोचना होगी तो कमियों का पता चलता रहेगा. मुझे वो दोस्त नहीं चाहिए जो हर वक्त ये कहे कि चन्नी जी आपने तो कमाल कर दिया, मुझे ऐसे लोग चाहिए जो ये कहें कि ये क्यों नहीं कर रहे हो. आपको एक बात बताता हूं, एक बार मैं गुरुद्वारे गया था, मेरी मां भी वहां गई हुई थीं, मुझे पता नहीं था कि वो वहां थीं, बाद में मां ने मुझसे पूछा कि तुमने वहां पैसे क्यों नहीं चढ़ाए, मैंने कहा कि मेरी जेब में नहीं थे, उन्होंने कहा कि लेकर क्यों नहीं गए थे. वो मेरे लिए सीख थी, तब से जब भी मैं गुरुद्वारा जाता हूं जेब में पैसे जरूर रखता हूं. मुझे लगता है कि आपको दिशा देने वाले और आपके आलोचक दोनों होने चाहिए, सिद्धू जी जब भी दिशा देते हैं मैं सुनता हूं.


सवालः सिद्धू जी दिशा देते हैं, ये बताइये कैप्टन आप हो या वो हैं?


जवाबः मुझे सरकार में गोल कीपिंग का दायित्व मिला है, वो पार्टी चला रहे हैं, मैं सरकार चला रहा हूं, हमें पार्टी की विचारधारा को आगे ले जाना है.


सवालः अब आपसे सीधा सवाल, सिद्धू से पार्टी को या आपको नुकसान हो रहा है?


जवाबः सीधा जवाब, कोई नुकसान नहीं हो रहा है, मैं अपनी धुन में चलता हूं, मुझे लोगों की परवाह है और किसी की नहीं.


सवालः सिद्धू ने बिना चुनाव घोषणापत्र आए ये ऐलान कर दिया कि हर महिला को 2000 रुपए देंगे, ज्यादा गैस सिलेंडर देंगे, वो बिना बात किए, बिना पूछे ऐसी घोषणाएं कैसे कर सकते हैं, ये ऐलान तो चुनावी मेनिफेस्टो में होते हैं, अब आप क्या करेंगे, जो-जो वादे और ऐलान सिद्धू ने कर दिए हैं वो सब निभाएंगे?


जवाबः हमारी इलेक्शन मेनिफेस्टो कमेटी में बातें हुई थीं, वहां जो बातें डिस्कस हुई थीं सिद्धू ने उनका ही ऐलान कर दिया, वो जो चाहें.. कर सकते हैं, जो कुछ डिस्कस हुआ था उन्होंने वही ऐलान किया, अब हम इन घोषणाओं को लेकर आगे बढ़ेंगे.


सवालः तो क्या सिद्धू ने मैनिफेस्टो लीक कर दिया?


जवाबः नहीं, ये उनका अधिकार है, जो बातें बैठक में हुई थीं उन्होंने वही बताया.


सवालः चुनाव में आप खुद को कहां देखते हैं, किस नंबर पर देखते हैं, आम आदमी पार्टी कहां है, कैप्टन और अकाली कहां हैं?


जवाबः अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई, मैं उसके बारे में नहीं सोच रहा हूं, मैं सोच रहा हूं कि जो पैसा सरकार का है, वो लोगों का है, वो पैसा कैसे हर आम आदमी तक पहुंचे, इसीलिए मैंने बिजली बिल के बकाये माफ किए, पानी के बकाये बिल माफ किए, बिजली पानी सस्ती की, डीजल पेट्रोल सस्ता किया, मैं लोगों के पैसे उनकी तरफ मोड़ रहा हूं, मैं खुद को खुद से कम्पेयर करता हूं.


सवालः आप ऐलान इतने कर रहे हो कि लोग आपको ऐलान मिनिस्टर कह रहे हैं.


जवाबः मैं सिर्फ ऐलान नहीं करता हूं, जिस दिन बोलता हूं उसी वक्त कानून बनाकर लागू करवा देता हूं, पानी बिजली के रेट कम किए, उसी दिन नोटिफाई कर दिया.


सवालः आप दलित समुदाय से आते हैं, 32 फीसदी आबादी है पंजाब में, पहली बार पंजाब में कोई दलित सीएम बना, क्या गारंटी है कि चुनाव के बाद आपको ही सीएम बनाएगी पार्टी?


जवाबः मैं हर वर्ग के गरीब का प्रतिनिघि हूं, एलीट या रजवाड़े का नहीं हूं, मैंने सीएम पद पहले भी नहीं मांगा था आगे भी नहीं मांगूंगा, लेकिन कांग्रेस हमेशा उसे बनाती है जो जनता की पसंद होता है.


सवालः क्या आप सीएम बनना चाहेंगे?


जवाबः पार्टी और लोगों का अधिकार है ये तय करना.


सवालः लेकिन आप तो अब सीएम बन गए हैं, आपकी कमान में चुनाव लड़ रही है पार्टी,  सो ऐसे में आपकी इच्छा तो जागेगी ही.


जवाबः पंजाब में हमें संस्कार दिए जाते हैं कि बाहर से आने वाला हमारा मेहमान है, उसे हमें अपने से बड़ा सम्मान दिया जाता है.


सवालः लेकिन मन में इच्छा तो होगी?


जवाबः इच्छाएं मर जाती हैं तो बंदा मर जाता है, इच्छाएं जागती रहनी चाहिए


सवालः तो आप खुल कर क्यों नही बता रहे हैं कि बनना चाहूंगा सीएम?


जवाबः मैं अनुशासित सदस्य हूं पार्टी का, पार्टी बनाना चाहती है तो बनाएगी


सवालः अगर आप चुनाव जीत गए और सीएम सिद्धू बन जाते हैं तो?


जवाबः आप सपने देखना छोड़ दें, कयास छोड़ दें


सवालः ये तो सपना सिद्धू देख रहे हैं


जवाबः सब आजाद हैं, सपने देखना कैसे रोक सकते हैं


सवालः आप स्वागत करेंगे उनके सपने का?


जवाबः मैं कैसे किसी को रोक सकता हूं


सवालः मैं अखबारों में देख रहा था, सिद्धू के बयान फ्रंट पेज पर छपे थे, इंप्रेशन ये है कि सिद्धू चुनाव लड़ रहे हैं आप नहीं?


जवाबः मैं तो लड़ भी नहीं रहा, मैं तो सरकार चला रहा हूं


सवालः सवाल उठेंगे कि सरकार कैसी चलाई?


जवाबः लोगों से पूछो कैसी चली, उनसे पूछो चीजों के रेट कम हुए कि नहीं, आम आदमी को फायदा हो रहा है या नहीं, घूस लेने वाले, नशा करने वाले पकड़े जा रहे हैं या नहीं


सवालः पर लोगों के मन में ये है कि आप सिद्धू से परेशान हैं?


जवाबः आपको लग रहा है कि मैं परेशान हूं? खुली वादियों में बैठा हूं, बारिश के बीच.


सवालः हो सकता है आपको कुछ देर में पता चले कि सिद्धू का एक नया बयान आ गया है


जवाबः अच्छा है


LIVE TV