नई दिल्‍ली : साल भर ऑफिस में काम करने के बाद हर कर्मचारी को अप्रेजल का इंतजार रहता है. कुछ कंपनियों में छमाही आधार पर भी अप्रेजल किया जाता है. लेकिन क्‍या आपने कभी ऐसी कंपनी में नौकरी की है, जिसमें हर साल नहीं बल्कि हर महीने अप्रेजल होता है. जी हां यह कोई ख्‍याली पुलाव नहीं बल्कि हकीकत है. इस कंपनी का नाम है कोका-कोला इंडिया. नए बदलाव के बाद कोका-कोला इंडिया के प्रबंधकों पर वार्षिक परफारमेंस रिव्‍यू को पूरा करने के लिए भी दबाव नहीं होगा. कोका-कोला इंडिया ने ग्लोबल विजन के साथ तालमेल बिठाने के लिए कोका-कोला इंडिया ने अपने परफॉर्मेंस मैनेजमेंट सिस्टम में बदलाव किया है और अब अप्रेजल हर महीने हो रहा है.


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टाइम्‍स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक कोका कोला कंपनी ने मंथली फीडबैक मेकनिजम के लिए यह बड़ा बदलाव किया है. यहां पर मौजूदा जरूरतों के हिसाब से फास्‍ट वर्किंग स्‍टाइल को अपनाया जा रहा है. कंपनी में मैनेजर्स और कर्मचारियों के बीच हर माह होने वाली बातचीत पर नजर रखी जाती है. साथ ही यह ध्‍यान रखा जाता है कि कंपनी के कर्मचारी सुधार की दिशा में काम कर रहे हैं या नहीं. यदि किसी में सुधार की गुंजाइश है तो सुधार किया जाता है.


अखबार से बातचीत करते हुए कोका-कोला इंडिया और साउथ वेस्ट एशिया वीपी-एचआर मनु नारंग वाधवा ने बताया कि यह लक्ष्य हासिल करने के लिए लोगों को गतिशील करने के लिए महत्वपूर्ण है. उन्‍होंने कहा कि फ्रेमवर्क में लचीलापन सभी को अपना बेस्ट देने के लिए सक्षम बनाता है. नया सिस्टम कोका-कोला इंडिया के कॉर्पोरेट बिजनस यूनिट के कर्मचारियों पर लागू होगा, जिसमें करीब 300 असोसिएट्स हैं.


कंपनी में पिछले 7 महीने के दौरान ही करीब 80-85 फीसदी मैनेजर नए सिस्टम के साथ सामंजस्‍य बैठा चुके हैं और ठीक-ठाक काम कर रहे हैं. ये लोग हर महीने कर्मचारियों का फीडबैक दे रहे हैं.