नई दिल्ली: लेखिका अरुंधति रॉय के खिलाफ दिल्ली के तिलक मार्ग थाने में शिकायत दर्ज हुई है. शिकायत में रॉय के खिलाफ धार्मिक आधार पर घृणा फैलाने, धर्म के निरादर और शांति भंग के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है. वकील राजीव रंजन ने यह शिकायत दर्ज कराई है. 


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बता दें कि अरुंधति रॉय ने दिल्ली विश्वविद्यालय में नागरिकता संशोधन कानून और NRC के विरोध में आयोजित रैली में हिस्सा लिया था. इस दौरान प्रदर्शन में शामिल लोगों को उन्होंने कहा कि जब अधिकारी राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के लिए आपसे जानकारी लेने के लिए आपके घर आएं तो आप उन्हें अपना नाम और पता गलत बता दीजिए. उन्होंने कहा, 'जब एनपीआर लेकर आएंगे. आपसे आपका नाम पूछेंगे. हम पांच नाम तय करते हैं. आप अपना नाम रंगा-बिल्ला या कुंगफू कुत्ता या 7 रेस कोर्स रोड बताइएगा. हम सिर्फ लाठी और गोली खाने पैदा नहीं हुए हैं और भी सोचकर करना होगा.'



रॉय के बयान के बाद मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पर जवाब दिया था. उन्होंने कहा था कि देश में अरुंधति रॉय जैसी बुद्धिजीवियों का भी रजिस्टर बनाना चाहिए. आज हम अरुंधति रॉय से कुछ सवाल पूछना चाहते हैं. जब अरुंधति रॉय विदेश यात्रा पर जाने के लिए Visa लेने जाती हैं तो क्या संबंधित अधिकारी को अपना नाम रंगा बिल्ला बताती हैं? जब अरुंधति रॉय कोई पुरस्कार लेने के लिए जाती हैं तो क्या वो अपना नाम रंगा बिल्ला बताती हैं.


गौरतलब है कि अरुंधति रॉय को वर्ष 1997 में Booker Prize से सम्मानित किया गया था. ये अवॉर्ड ब्रिटेन में साल के सर्वश्रेष्ठ English Novel के लिए दिया जाता है . वर्ष 2004 में उन्हें Sydney Peace Prize दिया गया था.