Congress Party Kedarnath Yatra: दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर (Kedarnath temple) को लेकर हो रही सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक बवाल मचा है. बीजेपी डबल इंजन सरकार के विकास कार्यों की दुहाई देकर कांग्रेस को बिना बात के मुद्दे उठाने के लिए घेर रही है. दूसरी ओर कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी के लोग मनमानी कर रहे हैं और केंद्र की शय पर बेलगाम हो चुकी धामी सरकार भी जनता को परेशान कर रही है. ऐसे आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच कांग्रेस पार्टी ने केदारनाथ धाम तक जो यात्रा शुरू की थी उसे रोक दिया गया है.    


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कांग्रेस पार्टी ने भारी बारिश के कारण केदारघाटी में आई आपदा को देखते हुए उत्तराखंड कांग्रेस ने शुक्रवार को अपनी केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा यात्रा स्थगित कर दी. दिल्ली के बुराड़ी में केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति के प्रस्तावित निर्माण के विरोध में कांग्रेस ने यह यात्रा 24 जुलाई को हरिद्वार में गंगा तट पर हर की पौड़ी से शुरू की थी. इस यात्रा का समापन शनिवार तीन अगस्त को केदारनाथ मंदिर में होना था. उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बताया कि 10 वें दिन शुक्रवार को रुद्रप्रयाग जिले के सीतापुर पहुंची यात्रा को कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने आपदा को देखते हुए स्थगित करने की घोषणा की.


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शांति के लिए मौन


इससे पहले, सीतापुर पहुंचने पर माहरा ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ध्वजारोहण कर पहले आपदा में जान गंवा चुके लोगों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखा. बाद में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केदारघाटी में आई आपदा के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा को स्थितियां सामान्य होने तक स्थगित करने की अपील की है तथा उन्होंने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को आपदा राहत कार्यों में जुटने के निर्देश दिए हैं. 


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कार्यकर्ताओं में भरा जोश


माहरा ने यात्रा में शामिल सभी पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि लगातार 10 दिनों तक 200 किमी पैदल चल कर उन्होंने जिस संकल्प शक्ति का परिचय दिया, वह प्रशंसनीय और अनुकरणीय है. उन्होंने कहा, ‘हम यात्रा को इसी चरण में पूरा करना चाहते थे किंतु आपदा से उत्पन्न स्थितियों में हमारा पहला कर्तव्य प्रभावित लोगों की सहायता करना है. इसलिए अब हम यात्रा को स्थगित कर आपदा प्रभावितों की सहायता करेंगे और स्थितियां सामान्य होने पर दोबारा यहीं (सीतापुर) से यात्रा शुरू करेंगे.' कांग्रेस नेताओं के आक्रामक रुख को देखकर ये लग रहा है कि मानो वो बीजेपी की शिकायत सीधे केदारनाथ बाबा से ही करने उनके धाम जा रहे हों. 


(इनपुट: PTI)