Unified Pension Scheme: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की 'यूनिफाइड पेंशन स्कीम' चर्चा में है. कई हलकों में इसे अच्छा बताया जा रहा है. लेकिन इसको लेकर सरकार पर हमलावर है. इसी बीच यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानि कि यूपीएस को लेकर कांग्रेस के एक नेता प्रवीण चक्रवर्ती का अलग रुख आया है. उन्होंने इसका समर्थन किया है. उन्होंने मोदी सरकार की इस योजना की जमकर तारीफ की है. असल में ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस एआईपीसी के प्रमुख और कांग्रेस के डेटा एनालिस्ट प्रवीण चक्रवर्ती ने यूपीएस के प्रति समर्थन व्यक्त किया और इसे एक 'विवेकपूर्ण और स्वागत योग्य' कदम बताया.


नई योजना को बेहतर बताया


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कांग्रेस नेता प्रवीण चक्रवर्ती ने पहले भी पेंशन योजनाओं में सुधार की वकालत की थी, उन्होंने सरकार के द्वारा शुरू की गई इस नई योजना को बेहतर बताया है. उन्होंने यह भी समझाने की कोशिश की कि यूपीएस किस तरह से नई पेंशन योजना (एनपीएस) से बेहतर है और इसमें मौजूद 'खामियों' को दूर करने में कैसे एक कदम है.


कांग्रेस के डेटा एनालिटिक्स विभाग के प्रमुख


प्रवीण कांग्रेस के डेटा एनालिटिक्स विभाग के भी प्रमुख हैं, उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि 2013 में ओपीएस को एनपीएस में बदल दिया गया था. लेकिन एनपीएस के तहत सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी और उनके परिवारों के लिए न्यूनतम राशि का आश्वासन नहीं दिया गया था. उन्होंने एक फॉर्मूले के जरिए समझाने की कोशिश की कि यूपीएस कैसा है. उन्होंने बताया कि यूपीएस = एनपीएस + न्यूनतम गारंटी."


समर्थन मिलना एक चौंकाने वाली बात


कांग्रेस के नेता की तरफ से यूपीएस पर मोदी सरकार को समर्थन मिलना एक चौंकाने वाली बात है. क्योंकि कांग्रेस लगातार इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साध रही थी. इससे पहले शनिवार को यूपीएस की घोषणा के तुरंत बाद, केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के संगठन ने भी मोदी सरकार की सराहना की. शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने यूपीएस योजना को मंजूरी दी थी.


इस योजना के तहत केंद्र सरकार के कर्मचारियों को एक सुनिश्चित न्यूनतम पेंशन और पारिवारिक पेंशन प्रदान की जाएगी. प्रवीण चक्रवर्ती पेंशन योजनाओं में सुधार के पक्षधर रहे हैं और उन्होंने पहले भी अपनी ही पार्टी से इस मामले में मतभेद व्यक्त किया था, जब विधानसभा चुनावों के दौरान कई राज्यों में एनपीएस को ओपीएस में बदलने की मांग उठी थी. जहां कांग्रेस चुनाव के दौरान लोगों से वादा कर रही थी कि वह सत्ता में आई तो ओपीएस को वापस लेकर आएगी इसको लेकर प्रवीण चक्रवर्ती बिल्कुल सहमत नहीं थे. agency input