CAA के खिलाफ राजघाट पर कांग्रेस एकजुट, प्रियंका ने प्रदर्शन में मारे गए लोगों को बताया शहीद
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन में मारे गए सुलेमान के परिजनों से बिजनौर में मुलाकात की थी.
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ कांग्रेस (Congress) सोमवार को राजघाट (Rajghat ) विरोध-प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस आलाकमान इस प्रदर्शन में शामिल हैं. कांग्रेस का कहना है कि यह धरना सीएए और एनआरसी के खिलाफ छात्रों के आंदोलन और नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ है. प्रियंका गांधी ने नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन में मारे गए लोगों के शहीद बताया है.
इससे पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश के कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन में मारे गए सुलेमान के परिजनों से बिजनौर में मुलाकात की थी. सुलेमान की मौत 20 दिसंबर को हुई थी. उनकी मौत CAA के खिलाफ भड़की हिंसा में मौत हो गई थी.
जिसके बाद प्रियंका गांधी ने बिजनौर में उसके परिजनों से मुलाकात की. उन्हें हर संभव मदद देने का भरोसा दिया. वहीं इसी हिंसा में मारे गए अनस के परिजनों से मुलाकात की. अनस की भी मौत 20 दिसंबर को हुई थी. CAA के खिलाफ हुई हिंसा में अनस को अपनी जान गंवानी पड़ी. मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा था कि भारतीयता का जो सबूत है उसको मांगने की इजाजत नहीं है किसी को.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को विरोध प्रदर्शन से पहले युवाओं के नाम एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह पर प्रहार किया, "मोदी व शाह ने आपका भविष्य बर्बाद कर दिया है. वे नौकरियां नहीं दे पा रहे, और उन्होंने अर्थव्यवस्था को जो नुकसान पहुंचाया है, उसको लेकर आपकी नाराजगी का सामना नहीं कर सकते. यही वजह है कि वे हमारे प्रियजनों को बांट रहे हैं और नफरत के पीछे छुप रहे हैं. हम उन्हें हर भारतीय की तरफ से प्यार से जवाब देकर उन्हें हरा सकते हैं."
कांग्रेस छात्रों व दूसरे असंतुष्ट लोगों के समर्थन में आई है और लोगों की आवाज नहीं सुनी जाने के चलते सरकार पर हमला किया है. कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने शनिवार को कहा था, "भाजपा सरकार की हाल की कार्रवाई को लेकर देशभर के लोगों में व्यापक असंतोष है, खासकर युवकों के बीच." उन्होंने संविधान से मिले अधिकारों को बचाने के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया.
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रामलीला मैदान की रैली में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर उठते कई सवालों का जहां जवाब दिया, वहीं गलतफहमियां भी दूर करने की कोशिश की. इस दौरान विपक्ष पर निशाना साधने का उन्होंने कोई मौका भी नहीं छोड़ा. प्रधानमंत्री मोदी ने दो टूक शब्दों में कहा कि नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) हो या फिर एनआरसी, इसका देश की 130 करोड़ जनता से कोई लेना-देना नहीं है.
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