Assembly Election 2023: कांग्रेस का मध्य प्रदेश में बड़ा दांव, जातिगत जनगणना, ओल्ड पेंशन स्कीम, 100 यूनिट फ्री बिजली जैसे वादे
Assembly Election 2023: कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा की 144 सीटों के लिए रविवार को उम्मीदवार घोषित किए, जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं.
Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी दल कांग्रेस मंगलवार को अपना ‘वचन पत्र’ (घोषणा-पत्र) जारी करेगी. कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की जनता से कई वादे किए हैं जिन्हें वह गारंटी का नाम दे रही है. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने मंगलवार ट्वीट कर अपनी गारंटियों को दोहराया.
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में- किसानों का कर्ज माफ, पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करना, 5 हॉर्स पावर का बिल माफ, 100 यूनिट बिजली माफ, 200 यूनिट बिजली हाफ, महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देने, पिछड़ों को 27 फीसदी आरक्षण देने, जाति जनगणना करवाने, एससी-एसटी वर्ग के खाली पदों को भरने, पीएम आवास योजना के तहत गांवों में शहरी इलाकों जितनी सहायता राशि देने, 500 रूपये में गैस सिलेंडर देने जैसे वादे किए हैं.
इसके अलावा क्लास 1 से 8 तक के बच्चों को हर महीने 500 रुपये, क्लास 9 से 10 तक 1,000 रुपये, क्लास 11 से 12 तक 1500 रुपये की स्कॉलरशिप देने और 50 फीसदी से अधिक आदिवासी आबादी वाले इलाकों में 6वीं अनुसूची लागू करने जैसे वादे किए हैं.
कांग्रेस ने 144 उम्मीदवारों के नाम किए घोषित
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा की 144 सीटों के लिए रविवार को उम्मीदवार घोषित किए, जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़ेंगे.वर्तमान में भी वह इसी सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. वहीं, मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को भी उनके वर्तमान विधानसभा क्षेत्र लहार से उम्मीदवार बनाया गया है.कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य कमलेश्वर पटेल को सिहावल, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी को राउ और उमंग सिंघार को गंधवानी से टिकट दिया गया है.
13 अक्टूबर को कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति ने बैठक कर उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाई थी. गत 13 अक्टूबर को कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति ने बैठक कर उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाई थी.बैठक के बाद कमलनाथ ने कहा था कि श्राद्ध खत्म होने के साथ ही नवरात्रि के पहले दिन उम्मीदवारों की पहली सूची घोषित की जाएगी.
17 नवंबर को होगा मतदान
मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती तीन दिसंबर को की जाएगी. वर्ष 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 114 सीटें जीती थीं और गठबंधन सरकार बनाई थी.भाजपा को इस चुनाव में 109 सीटें हासिल हुई थीं.
हालांकि, ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों के एक गुट के विद्रोह के चलते कमलनाथ अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके और मार्च 2020 में उनके नेतृत्व वाली सरकार गिर गई.सिंधिया गुट के विधायकों के समर्थन से बाद में भाजपा सत्ता में लौटी और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने.