नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर पर हो रही बैठक खत्म हो गई है. बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों को एक बेहतर नजीर पेश करने को कहा गया है. बैठक में कहा गया कि जितने भी कांग्रेस शासित राज्य हैं, अगर वो अलग नज़ीर पेश करेंगे तो उसका फ़ायदा देश में हर जगह कांग्रेस राज्य को होगा. साथ ही सोनिया गांधी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि अपने अपने राज्य की आर्थिक स्थिति पर चर्चा पर चर्चा करके एक रोडमैप तैयार करने की ज़रूरत करें.


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बैठक में मनमोहन सिंह को ये अधिकृत किया गया कि वह तमाम मुख्यमंत्रियों से बात करके वहां की आर्थिक स्थिति से निपटने के लिए किया क्या उपाय हो सकते हैं, उन्हें बताएं. सोनिया गांधी ने न्याय स्कीम योजना जो लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का एक बड़ा हथियार था, उसको कांग्रेस शासित राज्यों में कैसे लागू कराया जाए, कैसे उसको ज़मीनी स्तर पर लाया जा सके और कैसे उसे लागू कराया जा सके, इसके लिए एक रोडमैप तैयार करें.


पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने तमाम मुख्यमंत्रियों से अपनी रायशुमारी व्यक्त की. सिंह ने आर्थिक स्थिति बेहद गंभीर चिंता जताई और कहा कि इस तरह की स्थिति पर हमें अब सड़कों पर उतर के लोगों को बताना पड़ेगा कि हम कितनी गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं. 


बैठक में कई सारे मसलों को लेकर गंभीर चर्चा हुई. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने अपने राज्य की हालात से वाक़िफ़ कराया और कहा कि केंद्र उस तरीक़े से मदद नहीं कर रहा है जैसे उसे करना चाहिए. ये जानते हुए कि छत्तीसगढ़ पिछड़ा राज्य है, उसके बावजूद केंद्र की तरफ़ से दोहरा रवैया अपनाया जाता है जो बेहद चिंता का विषय है. 


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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी बैठक से बाहर निकलते हूए कहा कि सब बेहतर माहौल मे हूआ. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह सस्ती बिजली लोगो को मुहैया करा रहे हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके यहां तमाम दिक़्क़तों के बावजूद सरकार के विभिन्न मदों में पैसे बांटे. राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा आशा यह बैठक बेहद सौहार्दपूर्णमाहौल में हुई और तमाम बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई. देश की हालत पर सोनिया गांधी काफ़ी फ़िक्रमंद है.