कर्नाटक: कर्नाटक में मचे सियासी उथल-पुथल के तेज होने के आसार नजर आ रहे हैं. मंगलवार को एक निर्दलीय विधायक एच नागेश और केपीजेपी पार्टी के विधायक आर शंकर ने राज्य की एचडी कुमारस्वामी नीत जेडीएस-कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद सियासी हलचल मची हुई है. विधायकों के समर्थन वापस लेने के मामले पर सीएम एच डी कुमारस्वामी ने कहा, 'कांग्रेस के एमएलए मुंबई के एक होटल में है. सभी विधायक, मीडिया के संपर्क में नहीं हैं. लेकिन वो सभी विधायकों के संपर्क में हैं. वो सभी लोगों से बात कर रहे हैं. सभी विधायक वापस आ जाएंगे. कांग्रेस और जेडीएस का गठबंधन बिना किसी दिक्कत के आगे बढ़ रहा है.'


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कोई दिक्कत नहीं है- सीएम
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान कुमारस्वामी ने कहा कि वह पहले भी शांत थे और अब भी शांत है, उन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा कि सब कुछ जल्द ही सही होगा.



देवगौड़ा ने भी दिया बड़ा बयान
कुमारस्वामी से पहले प्रदेश के पूर्व पीएम और जेडीएस के वरिष्ठ नेता एच डी देवगौड़ा ने कहा था कि राज्य सरकार को किसी तरह का खतरा नहीं है. जिन दो विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस लिया है वो किसी पार्टी से संबंधित नहीं है. दोनों विधायक निर्दलीय से जीतकर संसद पहुंचे थे. इस दौरान देवगौड़ा ने कहा था कि मीडिया के जरिए अफवाहों को फैलाया जा रहा है, कर्नाटक की सरकार किसी भी तरह से खतरे में नहीं है.


मुंबई के होटल में ठहरे हुए हैं विधायक
मालूम हो कि फिलहाल मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए इन विधायकों ने अपने-अपने पत्र में राज्यपाल से आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया है. इससे राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन का समर्थन करने वाले विधायकों की संख्या घटकर 118 हो जाएगी. हालांकि, सरकार को अब भी कोई खतरा नहीं है.


कांग्रेस-बीजेपी एक दूसरे पर लगा रही हैं आरोप 
कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर अपने-अपने विधायकों को प्रलोभन देने की कोशिश करने का आरोप लगाती रही हैं. सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि बीजेपी ने अपने विधायकों को हरियाणा के नूंह जिला स्थित एक रिसॉर्ट में भेज दिया है. इससे पहले, रविवार को राज्य के जल संसाधन मंत्री डी. के. शिवकुमार ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के कुछ विधायकों को मुंबई के एक होटल में रखा गया है. देवगौड़ा ने कहा कि यह सोचना गलतफहमी है कि कांग्रेस - जेडीएस सरकार संकट में है. जेडीएस प्रमुख ने कहा, ‘आप कुछ भ्रम में (सरकार की स्थिरता के बारे में) हैं जैसा कि येदियुरप्पा भी हैं, लेकिन मुझे ऐसा कोई भ्रम नहीं है. कोई भी व्यक्ति सरकार को अस्थिर नहीं कर सकता क्योंकि यह ईश्वर की इच्छा है.'


क्या है सीटों का समीकरण
उल्लेखनीय है कि 224 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 104 विधायक, कांग्रेस के 79, जद एस के 37, बसपा, केपीजेपी और निर्दलीय के एक-एक विधायक हैं. अभी तक बसपा के साथ ही केपीजेपी और निर्दलीय विधायक भी गठबंधन सरकार का समर्थन कर रहे थे.