नई दिल्ली: कांग्रेस ने सेना में जवानों की संख्या कम किए जाने की कथित योजना से संबंधित कुछ खबरों का हवाला देते हुए बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि प्रधानमंत्री जवाब दें कि क्या डेढ़ लाख सैनिकों की कटौती की जा रही है? पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यह भी कहा कि पिछले कुछ दिनों से इसकी चर्चा हो रही है, लेकिन 'राष्ट्रवाद पर लेक्चर' देने वाले खामोश हैं.


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सिंघवी ने कहा, 'पिछले कुछ दिनों से मीडिया में खबरें आ रही हैं कि सरकार डेढ़ लाख सैनिकों की कटौती करने जा रही है. हमें लग रहा था कि राष्ट्रवाद पर लेक्चर देने वाले लोग कुछ बोलेंगे, लेकिन ये खामोश हैं.'  उन्होंने आरोप लगाया, 'भाजपा को सैनिकों की शहादत पर रोटियां सेंकने की आदत है. शहादत सैनिकों की होती है और भाजपा अपना महिमामंडन करती है.' 


(फाइल फोटो)

सिंघवी ने सवाल किया, 'क्या सरकार डेढ़ लाख सैनिकों की कटौती कर रही है? क्या यह इसलिए किया जा रहा है कि इससे पांच-सात हजार करोड़ रुपये बचाकर उपकरणों के रखरखाव पर खर्च किया जाएगा? क्या इसमें सेना की सहमति है या फिर यह एक व्यक्ति का निर्णय है?' उन्होंने सरकार पर अपने प्रचार-प्रसार पर हजारों करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप लगाया और पूछा, ' क्या यह सही नहीं है कि सरकार के प्रचार पर साढ़े चार हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं? ' 


कांग्रेस नेता ने कहा, ' इस सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर कर लगाकर 11 लाख करोड़ रुपये कमाएं हैं. राफेल विमान सौदे पर 40 हजार करोड़ रुपये खर्च किया है. इन सबके बावजूद सैनिकों की कटौती की जा रही है.'  उन्होंने कहा, 'राष्ट्रवाद पर लेक्चर देने वालों को इस पर जवाब देना चाहिए. प्रधानमंत्री और सरकार इस पर जवाब दें कि क्या ऐसा कोई नीतिगत फैसला हुआ है?'


(इनपुट - भाषा)