नई दिल्ली: कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि वह विपक्ष में रहकर देश की समस्याओं के समाधान के लिए वह सकारात्मक भूमिका निभाएगी. पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई काग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया, ‘कांग्रेस कार्यसमिति ने देश के समक्ष मौजूदा समय में अनेक चुनौतियों का संज्ञान लिया, जिनका हल नई सरकार को ढूंढना है.'


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प्रस्ताव में कहा गया, 'ईरान पर प्रतिबंध लगने के बाद तेल की बढ़ती कीमतें एवं बढ़ती महंगाई एक बड़ी समस्या है. बैंकिंग प्रणाली गंभीर स्थिति में है और एनपीए (गैर निष्पादक आस्तियां) पिछले पाँच सालों में अनियंत्रित तरीके से बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गए हैं, जिससे बैंकों की स्थिरता खतरे में है.’


'अर्थव्यवस्था में मंदी का संकट मंडरा रहा है' 
उसने दावा किया, ‘एनबीएफसी, जिनमें लोगों की मेहनत की कमाई जमा है, उनकी आर्थिक स्थिरता पर गंभीर सवाल खड़े हैं. निजी निवेश की कमी और उपभोक्ता वस्तुओं की बिक्री में तीव्र गिरावट के साथ अर्थव्यवस्था में मंदी का संकट मंडरा रहा है. नौकरियों के संकट का कोई समाधान नहीं निकल रहा, जिससे युवाओं का भविष्य खतरे में है.’


'कई राज्यों में सूखे की स्थिति' 
सीडब्ल्यूसी ने कहा, ‘आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे कई राज्यों में सूखे की स्थिति के कारण देश में कृषि संकट और बढ़ता जा रहा है. हमारी संस्थाएं भारत के संवैधानिक लोकतंत्र की पहचान हैं, पर आज उनकी निष्पक्षता व अखंडता पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. देश में सामाजिक सदभाव व भाईचारे पर लगातार आक्रमण हो रहा है. कांग्रेस कार्यसमिति ने संज्ञान लिया कि इन मुद्दों पर अगली सरकार द्वारा तत्काल ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है.’’ 


सीडब्ल्यूसी ने कहा,‘ भाजपा सरकार की जिम्मेदारी और जवाबदेही है कि देश के समक्ष इन समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए. कांग्रेस पार्टी इन समस्याओं का समाधान करने में सकारात्मक भूमिका अदा करेगी. कांग्रेस कार्यसमिति को उम्मीद है कि केंद्र की भाजपा सरकार इन समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता से सुलझाएगी.’