भोपाल: कर्नाटक में संकट में घिरी सरकार को उबारने में कांग्रेस द्वारा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के अनुभव की मदद ली जा रही है. कमलनाथ इन दिनों दिल्ली में हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ को कर्नाटक समस्या से उबारने की जिम्मेदारी सौंपी है. दोनों ही नेता उन विधायकों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दिया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दूसरी ओर, ये संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं, जिसके जरिए कर्नाटक में सरकार को सदन में बहुमत हासिल हो जाए. कर्नाटक में कांग्रेस व जनता दल-सेक्युलर की साझा सरकार है. दोनों पार्टियों के कुछ विधायकों ने इस्तीफा देकर सरकार को संकट में डाल दिया है. इसके बाद से दोनों ही दल अपने विधायकों को मनाने में लगे हैं.


कांग्रेस ने इस काम में गुलाम नबी आजाद के साथ कमलनाथ को लगाया है. कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ रविवार को दिल्ली में हैं, उनकी पार्टी के कई बड़े नेताओं से मुलाकात हुई. संभावना जताई जा रही है कि वह बेंगलुरूभी जा सकते हैं. कमलनाथ शुक्रवार की शाम दिल्ली गए थे और तभी से वहीं हैं.


इस दौरान राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा भी सुनी गई कि कमलनाथ दिल्ली से बैंगलुरू गए हैं. कमलनाथ के नजदीकी सूत्र हालांकि बताते हैं कि कमलनाथ दिल्ली में ही हैं.
राज्य के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस के अनुभवी नेता हैं, उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं. उनके पास राष्ट्रीय राजनीति का लंबा अनुभव है, जिसका उपयोग कर्नाटक संकट के समाधान में किया जा रहा है.