Congress ED: शक्ति प्रदर्शन की तैयारी? 13 जून को ED दफ्तरों के सामने कांग्रेस करेगी सत्याग्रह
Congress ED Satyagraha: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 13 जून को ईडी के सामने पेश हो सकते हैं. इस दिन कांग्रेस भारत में ईडी के तमाम दफ्तरों के सामने सत्याग्रह करेगी. दिल्ली में तमाम सांसद और सीडब्ल्यूसी सदस्य ईडी के दुरुपयोग को लेकर उनके दफ्तरों तक मार्च करेंगे.
Congress ED Satyagraha: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 13 जून को ईडी के सामने पेश हो सकते हैं. इस दिन कांग्रेस भारत के राज्यों में ईडी के तमाम दफ्तरों के सामने सत्याग्रह करेगी. दिल्ली में सभी सांसद और सीडब्ल्यूसी सदस्य ईडी के दफ्तरों तक मार्च करेंगे.
'मोदी-शाह कर रहे ईडी का दुरुपयोग'
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ईडी का दुरुपयोग कर रहे हैं. नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राहुल गांधी को ईडी ने समन जारी कर पेश होने के लिए कहा था. पहले राहुल गांधी को ईडी के सामने 2 जून को पेश होना था. लेकिन वह तब विदेश में थे. अब 13 जून को वे पेश हो सकते हैं. वहीं सोनिया गांधी को ईडी ने 8 जून को पेश होने के लिए नोटिस दिया था, हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष ने पेश होने के लिए और समय मांगा है, क्योंकि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और अब तक स्वस्थ नहीं हुई हैं.
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कांग्रेस करेगी शक्ति प्रदर्शन
अब कांग्रेस नेताओं ने शक्ति प्रदर्शन की तैयारी की है. इसको लेकर पार्टी नेताओं की एक बैठक भी हुई, जिसमें तय हुआ कि पार्टी पूरे भारत में सभी राज्यों में ईडी कार्यालयों के सामने सत्याग्रह करेगी. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस ने अपने सांसदों से भी कहा है कि वे 13 जून की सुबह दिल्ली में मौजूद रहें. राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के मौजूद रहने की संभावना है.
छिपाने को कुछ नहीं: कांग्रेस
बुधवार कांग्रेस ने कहा था कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होंगे क्योंकि उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है. पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा था, 'हम कानून को मानने वाली पार्टी हैं. हम नियमों का अनुसरण करते हैं. अगर उन्हें तलब किया गया है तो निश्चित तौर पर वे जाएंगे. हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है.' उन्होंने कहा, 'हम बीजेपी की तरह नहीं है. हमें याद है जब अमित शाह 2002 से 2013 के दौरान भागते फिर रहे थे.' खेड़ा ने कहा, 'हमें कोई घबराहट नहीं है. वो लोग नियमों को तोड़कर नोटिस भिजवाते हैं. उन्हें समझ आएगा कि किससे पाला पड़ा है.'
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