Mumbai-Ahmedabad High-Speed Rail Corridor: दुनियाभर में हाई-स्पीड ट्रेनें, जैसे फ्रांस की टीजीवी और जापान की शिंकानसेन, 250 किमी/घंटा से अधिक की रफ्तार पर चलती हैं. भारत भी इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है.
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India's First Bullet Train: देश में पहली बुलेट ट्रेन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. भारत और जापान द्वारा मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल (MAHSR) कॉरिडोर के लिए बुलेट ट्रेन डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस ट्रेन को भारत के परिस्थितियों के अनुकूल बनाने के लिए कई बड़े बदलाव किए गए हैं. बुलेट ट्रेन में एयर कंडीशनिंग चेयर, अधिक लगेज कैपेसिटी, और डस्ट-प्रूफ कोच जैसी लग्जरी सुविधाएं मिलेंगी.
ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आधे से अधिक कंस्ट्रक्शन का काम पूरा हो चुका है और पटरी बिछाने का काम शुरू हो गया है. चूंकि, बुलेट ट्रेन के डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा रहा है. ऐसे में टेंडर जारी करने का भी रास्ता साफ हो गया है. एक सीनियर अधिकारी के हवाले से ईटी ने लिखा है कि इन डिजाइनों को जल्द ही औपचारिक रूप से मंजूरी मिलने की उम्मीद है.
सीटिंग अरेंजमेंट में भी बदलाव
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के परिस्थितियों के अनुकूल बुलेट ट्रेन (शिंकानसेन ट्रेन) बनाने के लिए शिंकानसेन ट्रेन के डिज़ाइन में बदलाव किए जा रहे हैं. जापान में चल रहे बुलेट ट्रेन को शिंकानसेन नाम से जाना जाता है. इसे 50 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर चलने में सक्षम बनाया जाएगा.
इसके साथ ही भारतीय यात्रियों की जरूरतों को देखते हुए ट्रेन में लगेज कैपेसिटी बढ़ाई जाएगी. धूल से बचाव के लिए भी विशेष उपाय किए जा रहे हैं. अधिकारियों के अनुसार, सीटिंग अरेंजमेंट में भी बदलाव हो सकता है, जिससे हर कोच में पहले की तुलना में सीटों की संख्या कम हो सकती है.
जापान से की जा रही है पटरी आयात
दुनियाभर में हाई-स्पीड ट्रेनें, जैसे फ्रांस की टीजीवी और जापान की शिंकानसेन, 250 किमी/घंटा से अधिक की रफ्तार पर चलती हैं. भारत भी इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत 50% से अधिक सिविल कार्य पूरा हो चुका है. यह कॉरिडोर गुजरात, महाराष्ट्र और दादरा-नगर हवेली के क्षेत्रों से होकर गुजरेगा.
हाल ही में गुजरात में MAHSR वायाडक्ट्स पर रेल वेल्डिंग का काम शुरू हुआ है. आधकारिक बयान के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट के लिए रेल पटरी जापान से आयात की जा रही हैं और अब तक 60 किलोमीटर पटरी बिछाई जा चुकी है.
भारत इस प्रोजेक्ट के अलावा मेड इन इंडिया हाई-स्पीड ट्रेन सिस्टम डेवलप करने की तैयारी भी कर रहा है. रेलवे बोर्ड ने इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) को 280 किमी/घंटा की गति से चलने वाली बुलेट ट्रेन बनाने का काम सौंपा है. यह ट्रेन BEML के साथ साझेदारी में तैयार होगी, जिसकी लागत 866.87 करोड़ रुपये है. प्रत्येक कोच की कीमत लगभग 27.86 करोड़ रुपये होगी.