Odisha Train Accident: पटरी से उतरी एक्सप्रेस, साइड ट्रैक पर गिरे डिब्बों से टकराई दूसरी ट्रेन; ओडिशा रेल हादसे में अब तक क्या हुआ?
Coromandel Express Bengaluru-Howrah Express Accident Video: कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के बेपटरी होने और एक मालगाड़ी के टकराने से कम से कम 207 लोगों की मौत हो गई जबकि लगभग 900 लोग घायल हो गए. यह हादसा शाम को करीब 7.20 बजे बाहानगा बाजार स्टेशन पर हुआ.
Train Accidents in India: ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम दो एक्सप्रेस ट्रेनों और एक मालगाड़ी के टकराने से भयानक हादसा हुआ. कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के बेपटरी होने और एक मालगाड़ी के टकराने से कम से कम 207 लोगों की मौत हो गई जबकि लगभग 350 लोग घायल हो गए. यह हादसा शाम को करीब 7.20 बजे बाहानगा बाजार स्टेशन पर हुआ.
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे. उन्होंने कहा, 'पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए.' कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई.' हादसा शाम को करीब सात बजे, हावड़ा से करीब 255 किलोमीटर दूर बाहानगा बाजार स्टेशन पर हुआ.
घायल अस्पताल में भर्ती
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा कि 132 घायलों को सोरो, गोपालपुर और खांटापाड़ा स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया है, जबकि 47 लोगों को बालासोर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बालासोर जिले के अधिकारियों ने बताया कि हादसे में करीब 207 लोग मारे गए हैं. यह संख्या बढ़ने की आशंका है.
मरने वालों के लिए 10-10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक जताया.प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ओडिशा में ट्रेन हादसे से दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना है. पीएम ने हादसे को लेकर रेल मंत्री से भी बात की. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे में लोगों की मौत पर दुख जताया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक कंट्रोल रूम पहुंच गए हैं और शनिवार सुबह वह घटनास्थल का दौरा करेंगे.
यह हादसे में ज्यादा लोग इसलिए भी मारे गए क्योंकि दो पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं. जब ट्रेन पटरी से उतरी तो डिब्बों में कई लोग फंस गए. स्थानीय लोग उन्हें बचाने के लिए आपातकालीन सेवा कर्मियों की मदद कर रहे थे, लेकिन अंधेरा होने की वजह से अभियान में दिक्कतें आईं.
ये हैं हेल्पलाइन नंबर्स
- इमरजेंसी कंट्रोल रूम: 6782262286
- हावड़ा: 033-26382217
- खड़गपुर: 8972073925, 9332392339
-बालासोर: 8249591559, 7978418322
- कोलकाता शालीमार: 9903370746
- रेलमदद: 044- 2535 4771
चेन्नई सेंट्रल रेलवे: 044- 25330952, 044-25330953 और 044-25354771
चश्मदीद ने क्या बताया?
एक चश्मदीद ने कहा, मैं सो रहा था. जब ट्रेन पलटी तो नींद टूट गई.उस टाइम देखा तो बोगी में 10-15 लोग ऊपर आकर गिर गए. मैं सबसे नीचे था. मेरे हाथ में चोट आई है. जब चश्मदीद से पूछा गया कि कितने लोगों की मौत हुई है तो उसने कहा कि जब मैं ट्रेन से बाहर आया तो देखा कि किसी का हाथ नहीं है, किसी का पैर नहीं है किसी की शक्ल बिगड़ गई है.
राहत एवं बचाव कार्य जारी
अधिकारियों ने कहा कि सीएम पटनायक ने विशेष राहत सचिव सत्यव्रत साहू और राजस्व मंत्री प्रमिला मलिक को दुर्घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया है. दक्षिण पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना राहत ट्रेन को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है. अधिकारियों के मुताबिक, ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) की चार टुकड़ियां, एनडीआरएफ की तीन टुकड़ियां और 60 एंबुलेंस घायलों को बचाने के काम में जुटी हैं. दुर्घटना के मद्देनजर ओडिशा सरकार और रेलवे ने हेल्पलाइन की शुरुआत की है.
वहीं पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एच के द्विवेदी ने कहा कि राज्य सरकार मंत्री मानस भुइयां और सांसद डोला सेन की अगुआई में एक टीम मौके पर भेज रही है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ निजी रूप से स्थिति की निगरानी कर रही हैं. बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ओडिशा सरकार और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ कॉर्डिनेट कर रही हैं. वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने रेल दुर्घटना होने के बाद ओडिशा के अपने समकक्ष नवीन पटनायक से बात की और घोषणा की कि वह ट्रेन में सवाल तमिललाडु के लोगों के बचाव के कॉर्डिनेशन के लिए चार सदस्यीय पैनल की तैनाती कर रहे हैं.
(पीटीआई इनपुट के साथ)