नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नए मामलों की संख्या बुधवार को बढ़कर 3 लाख 48 हजार हो गई. चिंता वाली बात ये है कि मरने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना से 4205 मौतें हुईं. ये एक दिन में सबसे ज्यादा मौतों की संख्या है, और इसीलिए हमने सबसे पहले आपको ये आंकड़े बताए. क्योंकि इन्हीं आंकड़ों में देश का मौजूदा संकट छिपा हुआ है.


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भारत में संक्रमण की रफ्तार इसलिए नहीं थम रही कि क्योंकि अब कोरोना वायरस शहरों से गांवों में फैल रहा है. इस समय 13 ऐसे राज्य हैं, जहां शहरों से संक्रमण गांवों में फैल रहा है. इनमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, छत्तीसगढ़, बिहार और मध्य प्रदेश प्रमुख हैं. यानी संक्रमण के नए मामलों में इन सभी राज्यों के ग्रामीण इलाकों ने शहरी इलाकों को पीछे छोड़ दिया है. ये स्थिति बड़े संकट की तरफ इशारा कर रही है. इस समय इन 13 राज्यों के गांवों में कोरोना वायरस शहरों से ज्यादा फैल रहा है. ये आंकड़े उसका आधार हैं.


शहर से ज्यादा गांव में फैल रहा कोरोना


महाराष्ट्र के शहरी इलाक़ों में प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के नए मामलों की संख्या लगभग 24 हजार है, जबकि गांवों में ये आंकड़ा 30 हजार से ज्यादा है. इसी तरह उत्तर प्रदेश के गांवों में शहरों से दोगुना से भी ज्यादा नए मामले हर रोज मिल रहे हैं. राजस्थान के गांवों में तो हर दिन औसतन 12 हजार 640 लोग संक्रमित हो रहे हैं जबकि शहरों में ये आंकड़ा 5 हजार के आसपास ही है. इसी तरह का हाल हरियाणा, छत्तीसगढ़, बिहार, आन्ध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश का है. यानी ये वो राज्य हैं, जहां अब कोरोना शहरों से ज्यादा गांवों में फैल रहा है.


इन 11 राज्यों में सबसे तेजी से फैल रहा संक्रमण


समझने वाली बात ये है कि ये हालात तब हैं जब कई गांवों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि वहां ऐसे लोगों का कोरोना टेस्ट (Corona Test) ही नहीं हो रहा, जिनमें वायरस के लक्षण हैं. पूरे देश में साढ़े 6 लाख गांव हैं, और इन गांवों में 90 करोड़ लोग रहते हैं इसलिए ये स्थिति अच्छी नहीं है. अब आपको ऐसे 11 राज्यों के बारे में बताते हैं, जहां गांवों में संक्रमण के मामले पहले से काफी ज्यादा मिल रहे हैं. इनमें पंजाब सबसे ऊपर है, जहां नए मामलों में से 49 प्रतिशत गांवों में मिले हैं. 


पश्चिम बंगाल-तमिलनाडु में भी बिगड़ रहे हालात


कुछ इसी तरह के हालात तमिलनाडु में हैं. कर्नाटक में ये आंकड़ा 100 में से 44 प्रतिशत है. इसे ऐसे समझिए कि अगर किसी राज्य में एक दिन में 100 नए मरीज संक्रमित हुए तो उनमें से 44 गांवों से हैं. पश्चिम बंगाल में तो स्थिति और भी खराब है. वहां 100 में से 47 प्रतिशत मरीज अब गांवों से मिल रहे हैं. इन आंकड़ों से आप समझ सकते हैं कि अब कोरोना वायरस गांवों में फैल चुका है और इससे वहां की स्थिति काफी खराब है.  


ग्राउंड रिपोर्ट से समझिए कैसे हैं गांवों में हालात


गांवों में लोगों को कोरोना का टेस्ट कराने के लिए 50 से 60 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय के कोविड सेंटर में जाना पड़ता है, और प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों की हालत भी ज्यादा अच्छी नहीं है. आपको याद होगा दो दिन पहले हमने गांवों से आपको विस्तृत ग्राउंड रिपोर्ट दिखाई थी. आज भी हमने देश के उन दूर दराज के गांवों से ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की है, जहां कोरोना तेज़ी से फैल रहा है. बड़ी बात ये है कि इनमें कई गांव ऐसे हैं, जहां पीने के पानी के लिए भी लोगों को 2-2 किलोमीटर दूर पैदल जाना पड़ता है. यानी इन गांवों में लोगों को जीने के लिए घर से बाहर निकलना ही पड़ता है जबकि कोरोना से बचने के लिए जरूरी है कि लोग घरों के अन्दर ही रहें. ऐसे में गांवों में लोग कैसे इस बीमारी से संघर्ष कर रहे हैं और वहां मौजूदा हालात क्या हैं, इसे समझने के लिए आज आपको हमारी ये ग्राउंड रिपोर्ट देखनी चाहिए. 


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