WHO Warning: डब्ल्यूएचओ ने एक चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि कोविड-19 महामारी दुनिया से कभी खत्म नहीं होगी. यह एक ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी बनी ही रहेगी. इसलिए सभी को इस पर हमेशा सावधानी रखने की जरूरत होगी. एक अध्ययन के बाद इस चेतावनी को जारी किया गया है. साथ ही इशारा किया गया है कि इस समय हम ट्रांजीशन प्वाइंट पर हैं, इसलिए हमें बचने के पूरे इंतजाम रखने चाहिए. ढिलाई बरतने पर नुकसान हो सकता है.


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8 हफ्ते में 1.70 लाख लोगों की हो चुकी है मौत


विश्व स्वास्थ संगठन के डायरेक्टर जनरल डेट्रोस अधनोम घेरभेसस ने कहा कि पिछले 8 हफ्ते में कोविड-19 से 1.70 लाख लोगों की मौत हो चुकी है. यह आंकड़े वह हैं जिनकी रिपोर्ट हमारे पास है. असली आंकड़ों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है, इसलिए अभी हमको सावधानी बरतने की जरूरत है. डब्ल्यूएचओ की इंटरनेशनल हेल्थ रेगुलेशन इमरजेंसी कमेटी ने कहा है कि इंसानों और जानवरों के बीच से कोरोना वायरस को खत्म करना नामुमकिन है. इसके नतीजों को कम किया जा सकता है, लोगों की मौतों की संख्या कम कर सकते हैं और लोगों को संक्रमित होने से बचाना होगा तभी मौतों का आंकड़ा कम होगा.


बिगड़ गया दुनिया का हेल्थ सिस्टम


कोविड महामारी के चलते पूरी दुनिया का हेल्थ सिस्टम बिगड़ चुका है. मेडिकल में चिकित्सा कर्मियों की भी कमी को महसूस किया गया है. कमेटी ने देखा है कि पूरी दुनिया भर के हेल्थसिस्टम कोविड-19 से जूझ रहा है और बड़ी बीमारियों की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इससे साफ है कि कोविड को अभी भी प्रमुखता से हर जगह पर लिया जा रहा है.


जानवरों और इंसानों में बस चुका है वायरस


डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर ने यह भी कहा है कि यह वायरस इंसानों और जानवरों में अब बस चुका है. यह कई पीढ़ियों के बाद ही खत्म हो पाएगा. इसलिए हमें ज्यादा वैक्सीन की जरूरत है ताकि लोगों के अंतर इम्यूनिटी बनी रहे. यह वायरस लगातार लोगों को मारने का प्रयास कर रहा है. हमें ज्यादा से ज्यादा मेडिकल टूल्स और मेडिकल स्टाफ की जरूरत है.


भारत की स्थिति


भारत में 30 जनवरी 2020 को कोरोना का पहला मामला सामने आया था. तब से लेकर अब तक करीब साढ़े चार करोड़ मरीज सामने आ चुके हैं. जिसमें की 90 प्रतिशत मरीज ठीक भी हो गए हैं. पहली लहर 17 सितंबर 2020 को आई थी. उस दिन करीब 98 हजार केस सामने आए थे. 10 फरवरी 2021 से पहले लहर कमजोर हुई और मामले कम होने लगे. पहली लहर करीब 377 दिन चली थी. इस दौरान 1.08 करोड़ मामले सामने आए थे और 1.55 लाख मौतें हुई थी. दूसरी लहर मार्च 2021 में आई थी. 1 अप्रैल से 31 मई तक यह लहर चली थी. इस दौरान 1.60 करोड़ नए मरीज मिले थे. जिसमें से 1.69 लाख लोगों की मौत हुई थी.


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