नई दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) के खिलाफ देशभर में 16 जनवरी से टीकाकरण (Vaccination) अभियान शुरू होने जा रहा है. भारत में सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली है. वैक्सीनेशन से पहले दोनों वैक्सीन को लेकर चर्चा तेज है और सबसे बड़ा सवाल है कि कौन सा टीका लगवाना सही होगा, क्या वैक्सीन चुनने का विकल्प होगा?


क्या वैक्सीन चुनने का होगा विकल्प?


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सरकार ने संकेत दिए हैं कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगवाने वाले व्यक्ति के पास वैक्सीन चुनने का विकल्प नहीं होगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में वैक्सीन चुनाव के सवाल पर जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने कहा, 'दुनिया के कई देशों में एक से ज्यादा वैक्सीन को मंजूरी दी गई है, लेकिन वर्तमान में किसी भी देश ने वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति को टीका चुनने का विकल्प नहीं दिया है.'


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14 जनवरी तक पहुंच जाएंगे वैक्सीन के सभी डोज


राजेश भूषण ने कहा कि अब तक ऑर्डर की गई कोविड-19 (Covid-19) वैक्सीन डोज के पूरे स्टॉक में से 54.72 लाख वैक्सीन स्टोर्स पर पहुंच गई हैं. उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से कोविशील्ड की 1.1 करोड़ डोज और भारत बायोटेक से कोवैक्सीन की 55 लाख डोज 14 जनवरी तक पहुंच जाएंगी.


कितनी है किस वैक्सीन की कीमत


राजेश भूषण ने बताया कि केंद्र सरकार सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) से कोविशील्ड (Covishield) की 1.1 करोड़ डोज खरीद रही है. सीरम इंस्टीट्यूट ने इसकी कीमत सरकार के विशेष अनुरोध के बाद ही 200 रुपये प्रति खुराक रखी है. वहीं सरकार भारत बायोटेक (Bharat Biotech) से कोवैक्सीन (Covaxin) की 55 लाख खुराक लेने पर सहमति जताई थी, जिसकी कीमत 38.5 लाख रुपये है.


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