Genome India Data: भारत ने विज्ञान और शोध के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 'जीनोमिक्स डेटा कॉन्क्लेव' में 'जीनोम इंडिया डेटा' का विमोचन किया.
Trending Photos
Genome India Data: भारत ने विज्ञान और शोध के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 'जीनोमिक्स डेटा कॉन्क्लेव' में 'जीनोम इंडिया डेटा' का विमोचन किया. यह डेटा 10 हजार भारतीयों के जीनोम सीक्वेंसिंग का परिणाम है, जो भारत को बायोटेक्नोलॉजी और फार्मास्युटिकल हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट की खासियत
प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्रोजेक्ट को भारत की बायोटेक्नोलॉजी क्रांति का अहम हिस्सा बताया. उन्होंने कहा कि 5 साल पहले शुरू हुए इस प्रोजेक्ट को कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के बावजूद सफलतापूर्वक पूरा किया गया. देश के 20 से अधिक अनुसंधान संस्थानों ने इस प्रोजेक्ट में योगदान दिया है. अब यह डेटा भारतीय बायोलॉजिकल डेटा सेंटर (IBDC) में उपलब्ध है, जो शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के लिए नई संभावनाएं खोलेगा.
स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव
प्रधानमंत्री ने पिछले दशक में भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए सुधारों पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज, जन औषधि केंद्रों के माध्यम से सस्ती दवाएं और आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं देश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत कर रही हैं. 'जीनोम इंडिया' प्रोजेक्ट इसी दिशा में एक और बड़ा कदम है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं को और प्रभावी बनाया जा सकेगा.
बायो-इकोनॉमी और फार्मा हब बनने की दिशा में भारत
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में बायोटेक्नोलॉजी और बायोमास का संयोजन बायो-इकोनॉमी के रूप में विकसित हो रहा है. इसका उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग करना और बायो-आधारित उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देना है. उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत की फार्मा क्षमता का जिक्र करते हुए कहा कि 'जीनोम इंडिया' प्रोजेक्ट से भारत और भी आगे बढ़ेगा.
वैश्विक स्तर पर भारत का बढ़ता कद
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह प्रोजेक्ट न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी बायोटेक्नोलॉजी और फार्मास्युटिकल क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा. जीनोम डेटा से भारतीय वैज्ञानिकों को देश की जैविक विविधता को समझने में मदद मिलेगी, जिससे चिकित्सा और स्वास्थ्य अनुसंधान में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे.
जीनोम डेटा भारत के लिए क्या मायने रखता है
यह प्रोजेक्ट भारत की जनसंख्या की जैविक विविधता का अध्ययन करने में मदद करेगा. इसके जरिए देश में स्वास्थ्य सुविधाओं को अधिक प्रासंगिक और प्रभावी बनाया जा सकेगा. प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि यह डेटा चिकित्सा विज्ञान और स्वास्थ्य सेवा में भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा.
भविष्य के लिए उम्मीदें
'जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट' भारत को न केवल बायोटेक्नोलॉजी और फार्मा हब बनाने में मदद करेगा, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर अन्य देशों के लिए एक मिसाल भी पेश करेगा. इस प्रोजेक्ट के जरिए भारत विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में अपनी मजबूत स्थिति को और बेहतर बनाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)