नई दिल्‍ली: जम्‍मू से पटनीटॉप जा रही एक स्‍कार्पियो सड़क पर पड़ी बर्फ से फिसलकर 70 फीट गहरी खाई में जा गिरी. हादसे का शिकार हुई स्‍कार्पियो में 9 पर्यटक सवार थे. गनीमत रही कि जिस समय यह हादसा हुआ, उसी समय मौके से सीआरपीएफ की एक क्विक रिएक्‍शन टीम गुजर रही थी. सीआरपीएफ की क्विक रिएक्‍शन टीम बिना समय गंवाए खाई में उतरी और स्‍पार्कियो में फंसे सभी पर्यटकों को बाहर निकाला. इस हासदे का शिकार हुए सभी पर्यटकों को बटोटे के सरकारी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है. 


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सीआरपीएफ के वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, सोमवार (14 जनवरी) की सुबह करीब 11.15 बजे एक स्‍कार्पियो कार जम्‍मू से पटनीटॉप की तरफ जा रही थी. इस स्‍कार्पियो कार में जम्‍मू मूल के कुल 9 पर्यटक सवार थे. उन्‍होंने बताया कि बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बर्फबारी के चलते जम्‍मू से पटनीटॉप के बीच सड़क पर भारी तादाद में बर्फ जमा हो गई है. बटोट के पास सड़क पर बर्फ की तादाद इतनी ज्‍यादा थी कि वाहनों का वहां से गुजरना बहुत मुश्किल था. बावजूद इसके, ड्राइवर ने बर्फ को नजरअंदाज कर स्‍कार्पियो को वहां से निकालने की कोशिश की. इसी कोशिश के दौरान स्‍कार्पियो फिसल कर 70 फीट गहरी खाई में जा गिरी.



सीआरपीएफ की क्‍यूआरटी ने बचाई पर्यटकों की जान
सीआरपीएफ के वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, जिस समय यह हादसा हुआ, उसके ठीक बाद गश्‍त पर निकली सीआरपीएफ की क्‍विक रिएक्‍शन टीम मौके पर पहुंच गई. इस टीम की अगुवाई असिस्‍टेंट कमांडेंट अजय मलिक और उनकी पत्‍नी  असिस्‍टेंट कमांडेंट पूजा मलिक कर रही थी. सीआरपीएफ में  असिस्‍टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात यह दंपति बिना समय गंवाए अपनी टीम के साथ खाई में उतर गया.  असिस्‍टेंट कमांडेंट अजय मलिक और पूजा मलिक के नेतृत्‍व में सीआरपीएफ की इस टीम ने स्‍कार्पियो में फंसे पर्यटकों को बाहर निकाला और उन्‍हें इलाज के लिए समीप के सरकारी अस्‍पताल में पहुंचाया. 


हादसे का शिकार हुए परिवार से अस्‍पताल मिलने पहुंचे सीआरपीएफ के असिस्‍टेंट कमांडेंट अजय मलिक और उनकी पत्‍नी पूजा मलिक. 

चंद मिनट की देरी होती तो आग में जल कर खाक हो जाते सभी पर्यटक
इस रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन की अगुवाई कर रहे असिस्‍टेंट कमांडेंट अजय मलिक ने जी-डिजिटल से बातचीत में बताया कि जब वह नीचे पहुंचे तो उन्‍होंने देखा कि कार के बोनट से चिंगारी उठाना शुरू हो चुकी थी. यह चिंगारी आग में बदलकर कार में मौजूद पर्यटकों को अपनी चपेट में लेती, इससे पहले उन्‍होंने अपने उपकरणों से आग बुझाई और एक-एक करके सभी पर्यटकों को सुरक्षित स्‍कार्पियो कार से बाहर निकाला. उन्‍होंने जी-डिजिटल को बताया कि सभी पर्यटकों को बटोट के सरकारी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है. जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताई गई है. 


हादसे का शिकार हुए पर्यटक
आरएल कौल (ड्राइवर), राजेंद्र कुमार (47), कित्‍सनी (45), रेणु (44), श्रेया (17), सिद्धांत (13), खुशी (16), सिद्धार्थ (11) और रतन कौर (62).