Cyclone Michaung: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवात तूफान 'मिचौंग' अब गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है. मिचौंग का सबसे ज्यादा असर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में देखा जा रहा है. आज हम यहां आपको चक्रवात और तूफान के बीच अंतर को समझा रहे हैं.


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चक्रवात और तूफान के बीच अंतर को समझने के लिए, सबसे पहले, हमें इन शब्दों और उनके अर्थ को ठीक से समझने की जरूरत है. ये दोनों एक दूसरे से अलग हैं, लेकिन फिर भी लोग हमेशा कन्फ्यूज रहते हैं. चक्रवात मुख्यतः वायुमंडलीय स्थितियां हैं, जो तूफानी होती हैं और नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखती हैं. वायुमंडलीय स्थिति में अस्थिरता के कारण चक्रवात बनते हैं.


चक्रवात क्या है?
हवाओं की एक प्रणाली जो कम बैरोमीटर के दबाव वाले क्षेत्र में अंदर की ओर घूम रही है, जैसे कि नॉर्दर्न हेमिस्फीयर में यह एंटीक्लॉकवाइज है और साउदर्न हेमिस्फीयर में यह क्लॉकवाइज सर्कुलेशन  है. चक्रवात समुद्र से वायुमंडल में भारी मात्रा में ऊर्जा के साथ बनते हैं. स्टडीज के मुताबिक, हर साल दुनिया भर में 70 से 90 चक्रवाती सिस्टम विकसित होते हैं. कोरिओलिस फोर्स के कारण सतही हवाएं लो प्रेशर सिस्टम की ओर सर्पिल हो जाती हैं.  भूमध्यरेखीय क्षेत्रों में साइक्लोन सिस्टम नहीं बनते क्योंकि 5 डिग्री उत्तर और 5 डिग्री दक्षिण अक्षांशों के बीच कोरिओलिस फोर्स न के बराबर होता है.


तूफान क्या हैं?
तूफान एक बड़े तूफान की कैटेगरी है. यह एक विशेष चक्रवात है. यह 600 मील तक फैला हो सकता है. इसके अलावा, इसमें 200 मील प्रति घंटे की स्पीड से अंदर और ऊपर की ओर तेज हवाएं चलती हैं. आमतौर पर, तूफान एक सप्ताह से ज्यादा समय तक रहता है. वे समुद्र के गर्म पानी के संपर्क से गर्मी और ऊर्जा प्राप्त कर रहे हैं.


चक्रवात और तूफान में अंतर
क्षेत्र और गंभीरता के आधार पर चक्रवातों को टाइफून या तूफान कहा जा सकता है. तूफान अपनी तेज हवाओं, बारिश और बाढ़ के कारण तबाही मचा सकते हैं. चक्रवातों और तूफानों के बीच अंतर करने का मुख्य कारक वह भौगोलिक स्थिति है जिसमें वे होते हैं. आइए चक्रवात और तूफ़ान के बीच अंतर जानें. अटलांटिक और पूर्वोत्तर प्रशांत महासागर में पैदा होने वाले ट्रॉपिकल सिस्टम को तूफान कहा जाता है जबकि उत्तरी हिंद महासागर में उन्हें चक्रवात कहा जाता है.


'चक्रवात' शब्द मुख्य रूप से अलग अलग तरह के तूफानों को बताता है. वे अलग-अलग जगहों पर होते हैं. इनके प्रकार हैं ट्रॉपिकल सायक्लोन, पोलर चक्रवात और मेसोसायक्लोन. ट्रॉपिकल सायक्लोन कम दबाव वाली गर्त के कारण होती हैं जो आमतौर पर ट्रेड विंड्स के साथ पश्चिम की ओर चलती हैं.