NIA ने नकली नोट (Fake Currency) मामले में मुंबई में छापेमारी की. ये छापेमारी 6 ठिकानों पर की गई. इस दौरान एजेंसी को कई अहम सुराग मिले हैं जिससे पता चला है कि देश में नकली नोटों में दाऊद गैंग (Dawood Gang) का हाथ है. ठाणे पुलिस ने नवंबर 2021 में दो लोगों को 2 हजार के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था जिसके बाद नौपाडा पुलिस थाने में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू की गई थी. दोनों आरोपी रियाज और नासिर मुंबई के रहने वाले थे और इनके पास से जो नकली नोट बरामद हुए थे वो काफी हाइक्वालिटी के थे. उस समय नौपाडा पुलिस (Naupada Police) ने मामले की जांच कर दोनों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर दी थी लेकिन NIA को शुरुआती जांच में पता चला था कि इन नकली नोटों के कारोबार में दाऊद गिरोह का हाथ है और इसके बाद साल 2023 के फरवरी महीने में एजेंसी ने मामले की जांच अपने हाथ में ले ली.


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पूरे नेटवर्क में D कपंनी का हाथ


जांच के बाद एजेंसी ने मुंबई में आरोपियों के घर और दूसरे ठिकानों पर छापेमारी की जिसमें एजेंसी को यकीन हो गया कि इस पूरे नेटवर्क के पीछे D कपंनी (D Company) का हाथ है. पाकिस्तान में छिपा बैठा दाउद मुंबई में बैठे अपने लोगों के जरिए इस हाइक्वालिटी नकली नोटों के रैकेट को चला रहा है. शुरुआती जांच में एजेंसी को जो सबूत मिले थे वो आज की छापेमारी के बाद पुख्ता हो गए.


साल 2019 में हुई थी बड़ी कार्रवाई


आपको बता दें कि साल 2019 में स्पेशल सेल ने एक अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया था जो नकली नोट सप्लाई करने का काम करता था. यह गैंग नेपाल के रास्ते नकली नोटों को भारत में भेजता था. उस दौरान पुलिस ने गिरोह के असलम अंसारी नाम के आरोपी से करीब साढ़े 5 लाख रुपये बरामद किए थे. इन नकली नोटों को दिल्ली पुलिस ने जब्त किया जो पाकिस्तान से होते हुए नेपाल के रास्ते भारत में लाए गए थे. इस गैंग के अन्य तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था, तब आरोपियों ने कूबुल किया था कि इन नकली नोटों को भारत में भेजने के पीछे भी डॉन दाऊद इब्राहिम का ही हाथ हैं.