मुझे पद से इस्तीफा देना है या नहीं, इसका फैसला भगवान करेंगे..., इतने बड़े नेता ने क्यों कही ये बात
Manipur Violence: मणिपुर में इस महीने फिर से भड़की हिंसा ने राज्य को एक बार फिर सुलगा दिया. सरकार ने 25 नवंबर से तमाम स्कूल और कॉलेज खोलने को निर्णय को टाल दिया है. इसी बीच मणिपुर विधानसभा के अध्यक्ष थोकचोम सत्यब्रत ने रविवार को इस्तीफा देंगे या नहीं इस मामले में अपनी बात कही है. जानें पूरा मामला.
Thokchom Satyabrata Resign: पिछले एक साल से मणिपुर हिंसा की आग में झुलस रहा है. हाल ही में एक शिविर से छह लोगों को अगवा करने के बाद हत्या का मामला सामने आने के बाद राज्य में हिंसा की नई लहर देखने को मिली.हालात इतने खराब हुए कि सरकार के मंत्री और विधायकों के घर जलाए जाने लगे. इसी बीच कुछ लोगों ने सरकार के कई लोगों से इस्तीफे की मांग भी की. जमकर विरोध किया. इस्तीफे की मांग इतनी तेज हुई कि लोग मणिपुर के विधानसभा अध्यक्ष को भी पद छोड़ने के लिए जोर देने लगे.
इस्तीफे पर क्या बोले मणिपुर के विधानसभा अध्यक्ष
मामला बहुत बिगड़ा तो मणिपुर के विधानसभा अध्यक्ष थोकचोम सत्यब्रत ने खुद सामने आकर इस्तीफे की मांग कि वह पद से इस्तीफा देंगे या नहीं, इसका फैसला भगवान करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि ‘जनता ही भगवान’ है. सत्यब्रत ने यह बयान तब दिया जब उनके निर्वाचन क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग उनके आवास पर आए और उनसे पद नहीं छोड़ने का अनुरोध किया. राज्य में प्रदर्शनकारियों का एक वर्ग उनके इस्तीफे की मांग कर चुका है.
जनता मेरे लिए भगवान
सत्यब्रत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस्तीफा देना है या नहीं, इसका फैसला भगवान को करना चाहिए और जनता भगवान है.’’ उन्होंने यह भी कहा कि विधायकों को लोगों की पीड़ा को कम करने के लिए जो भी कर सकते हैं, उसे करना चाहिए.
मणिपुर हिंसा में 258 लोगों की मौत
उधर मणिपुर में पिछले साल मई से मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जारी जातीय हिंसा में अब तक 258 लोगों की जान गई है. मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि केंद्र की ओर से राज्य में सीएपीएफ की करीब 90 कंपनियां (तकरीबन 10000 जवान) और भेजी जाएंगीं. राज्य में 198 कंपनियां पहले से मौजूद हैं. कुलदीप सिंह ने इंफाल में सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'आतंकवादियों सहित कुल 258 लोगों की मौत हुई है. मंत्रियों और विधायकों की संपत्तियों में तोड़फोड़ और आगजनी के सिलसिले में 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि लूटे गए करीब 3,000 हथियार बरामद किए गए हैं.' इनपुट भाषा से भी