कोलकाता: रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर जमकर लताड़ लगाई. निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमने साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के बाद भी पाकिस्तान को सबूत सौंपे थे. लेकिन, उसकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी. वहीं, इस बार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने खुद पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली है, पाकिस्तान को कार्रवाई के लिए इससे ज्यादा सबूत और क्या चाहिए.  


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निर्मला सीतारमण ने भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक को सही ठहराते हुए कहा कि पाकिस्तान कहता है कि वह भी आतंकवाद से जूझ रहा है. अगर वह सच में आतंकवाद से पीड़ित है तो, उसे मिटाने के लिए कदम क्यों नहीं उठाता है. जो काम पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने नहीं किया, वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिखाया. साथ ही उन्होंने कहा कि तमाम सबूतों के बाद जो कार्रवाई पाकिस्तान को करनी चाहिए थी, वह हमने की है. वह पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं.  


इससे पहले दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने 14 मार्च को कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 26/11 के हमले के बाद आतंक के खिलाफ पीएम मोदी जितने सख्त नहीं थे. दीक्षित ने कहा था कि पीएम मोदी ने पुलवामा हमले के बाद आतंकियों के खिलाफ दृढ़ता से कार्रवाई की लेकिन साथ ही यह भी जोड़ा कि राजनीतिक हित के लिए उन्होंने ऐसा किया. 


न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, शीला दीक्षित ने एक सवाल के जवाब में कहा था, "हां मैं आपसे सहमत हूं कि मनमोहन सिंह मोदी जैसे सख्त और दृढ़ नहीं थे लेकिन साथ ही यह लग रहा है कि उन्होंने राजनीति के लिए सबकुछ किया." बयान को लेकर बबाल मचने पर थोड़ी देर बाद दीक्षित ने सफाई भी दी और कहा कि अगर कोई उनके बयान को किसी और संदर्भ में लेता है, तो वह कुछ नहीं कह सकतीं.