Delhi Bomb Threat News: देश की राजधानी एक बार फिर बम की धमकी से दहल उठी. नई दिल्ली के बेहद व्यस्त रहने वाले आईजीआई एयरपोर्ट और 10 अस्पतालों को धमकी भरा ईमेल मिला. ईमेल में एयरपोर्ट और अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. मामले की जानकारी होते ही सुरक्षा एजेंसियों ने एहतियाती कदम उठाए. हर जगह तलाशी अभियान चलाया गया. अधिकारियों ने बताया कि किसी भी जगह से कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है. संबंधित विभाग मामले पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.  


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दिल्ली में फिर फैली दहशत


दिल्ली अग्निशमन सेवा विभाग (डीएफएस) ने रविवार को बताया कि शहर के दो अस्पतालों और आईजीआई हवाईअड्डे को ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली है. डीएफएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बम की यह धमकियां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी अस्पताल और बाहरी दिल्ली में संजय गांधी अस्पताल को मिलीं. रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इन दो अस्पताल के अलावा 8 और अस्पतालों को धमकी भार ईमेल मिला है.


धमकी से दहले अस्पताल और एयरपोर्ट


पुलिस सूत्रों के मुताबिक एयरपोर्ट के अधिकारियों को शाम छह बजे एक धमकी भरा ई-मेल मिला. उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त एम के मीणा ने कहा कि अपराह्न तीन बजे बुराड़ी अस्पताल से धमकी के संबंध में कॉल आने के बाद स्थानीय पुलिस, बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वाड को घटनास्थल पर भेजा गया. पुलिस उपायुक्त ने बताया कि सभी टीमों ने अस्पतालों की जांच की, जहां कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला.


ईमेल के जरिये धमकी


बुराड़ी अस्पताल के एक अधिकारी ने एक बयान में कहा, ‘अपराह्न करीब तीन बजे हमें अस्पताल में बम होने के संबंध में एक ई-मेल मिला. इसके बाद सभी सुरक्षा उपायों की गहन स्तर पर जांच की गई और सब कुछ ठीक मिला. यह पहली बार था जब हमें ऐसा कोई ई-मेल प्राप्त हुआ.’ अधिकारियों के मुताबिक संजय गांधी अस्पताल को भी अपराह्न करीब तीन बजे एक धमकी भरा ई-मेल मिला.


1 मई को मिली थी स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी


डीएफएस के एक अधिकारी ने कहा, ‘कॉल के तुरंत बाद, हमने तुरंत दोनों स्थानों पर दमकल की दो गाड़ियों को भेजा. हमारी टीमें अभी भी वहीं हैं और तलाशी अभियान जारी है.’ गौरतलब है कि एक मई को दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में 150 से ज्यादा स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, जिसके कारण विद्यार्थियों और अभिभावकों में दहशत फैल गई थी. अधिकारियों को जांच के दौरान कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला था.