Delhi Flood New Update: किसकी गलती से डूबी दिल्ली, कब मिलेगी राहत? बाढ़ पर सियासत के बीच उठे ये सवाल
Yamuna river In Delhi: दिल्ली की मंत्री आतिशी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए सवाल किया कि हथिनी कुंड बैराज से एक बूंद पानी भी हरियाणा या उत्तर प्रदेश में नहीं छोड़ा गया. इसको हम क्या समझें? आतिशी के आरोपों पर हरियाणा सरकार के मीडिया सचिव सामने आए और उनके सवालों का जवाब दिया.
Delhi Flood News: दिल्ली में यमुना का पानी उतरना शुरू हुआ तो राजनीति उफान मारने लगी. केजरीवाल सरकार ने आरोप लगाया कि जानबूझकर हथिनीकुंड बैराज से दिल्ली की तरफ पानी छोड़ा गया. दिल्ली की मंत्री आतिशी ने बीजेपी पर भी हमला बोला और दिल्ली वालों के खिलाफ साजिश का आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि हथिनी कुंड बैराज से एक बूंद पानी भी हरियाणा या उत्तर प्रदेश में नहीं छोड़ा गया. इसको हम क्या समझें, क्या इसलिए नहीं छोड़ा गया क्योंकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है.
एक नजर यहां भी देख लें
आतिशी के आरोपों पर हरियाणा सरकार के मीडिया सचिव सामने आए. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली सरकार को पहले से ही पता था कि यमुना में एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी होने पर हथिनी कुंड बैराज के गेट खोल दिए जाएंगे. 23 मई को बैठक हुई जिसमें दिल्ली के अधिकारी भी थे. उस बैठक में ये फैसला हो गया कि अगर यमुना नदी में एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी आ गया तो हथिनी कुंड बैराज के गेट खोले जाएंगे और वो पानी यमुना के जरिए बंगाल की खाड़ी में चला जाएगा.
हरियाणा सरकार का AAP पर आरोप
उन्होंने यूपी और हरियाणा में पानी ना छोड़े जाने के आरोपों पर भी पलटवार किया. हरियाणा सरकार के मीडिया सचिव प्रवीण आत्रे ने कहा कि CWC की एक स्टडी है, जिसकी वजह से उसकी गाइडलाइन है कि यदि यमुना में एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी आएगा तो ईस्टर्न कैनाल, वेस्टर्न कैनाल यहां पर पानी बंद हो जाएगा और नदी में पानी चला जाएगा, पानी नदी से होकर बंगाल की खाड़ी में चला जाएगा और इन सब बातों की सारी जानकारी दिल्ली सरकार को 23 मई की बैठक में थी.
सियासी पारा गिरे तो कुछ काम बने!
सैलाब से जिस तरह से दिल्ली सरकार की किरकिरी हुई उसके बाद सियासी पारा हाई हो गया. इसकी वजह दिल्ली के बदतर हालात हैं जो 4 दिन बाद भी सुधरते नहीं दिख रहे. फिलहाल यमुना का जलस्तर कम जरूर हुआ है लेकिन ये अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और राजधानी के लोगों को डरा रही है.
दिल्लीवालों का नहीं टला संकट
यमुना ने इस तरह से रौद्र रूप ले लिया है कि नदी के आसपास के सारे इलाके में सिर्फ पानी ही पानी है. यमुना ने आस-पास के इलाके को इस कदर घेर लिया है कि बड़े-बड़े पेड़ों का सिर्फ ऊपरी हिस्सा ही नजर आ रहा है. नदी के किनारे बने मकान भी पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं. फिलहाल यमुना की धार कुछ कमजोर पड़ी है लेकिन दिल्लीवालों पर संकट टला नहीं है. पिछले 5 दिनों से राजधानी में बाढ़ जैसे हालात हैं. ऐसे में मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी दिल्लीवालों को और डरा रही है.
दिल्ली में बाढ़ का अतिक्रमण
दिल्ली में जब यमुना के पानी ने अतिक्रमण किया था तो सबसे पहले लालकिले के आस-पास पानी पहुंच गया था. लाल किला चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. इस दौरान कुछ सड़कों पर तो गाड़ियों की आवाजाही न के बराबर हुई. जिन लोगों ने अपनी गाड़ियां इस अनचाहे दरिया से पार कराने की कोशिश की उन्हें भी भारी परेशानी उठानी पड़ी.
बाढ़ ने रास्तों पर लगाया ब्रेक
लाल किले के पीछे से ISBT को जोड़ने वाली सड़क पर पानी भरा हुआ है. इस कारण लगातार चौथे दिन सड़क पर आवाजाही बंद रही. हालांकि, लोगों को राहत देने के लिए पंप के जरिए इस सड़क से पानी निकाला गया, फिर भी यहां इतना पानी भरा है कि गाड़ियों के फसने की आशंका बनी हुई है. बाढ़ ने राजघाट को भी अपनी चपेट में ले लिया है. ये इलाका पिछले तीन दिनों से जलमग्न है. हाल के वर्षों में पहली बार राजघाट पर बाढ़ का पानी आया है और इसके निकलने का भी कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा.
यहां कम नहीं हो रही मुसीबत
राजघाट के चारों तरफ पानी भरा होने के कारण देश-विदेश से गांधी जी को श्रद्धासुमन अर्पित करने आने वालों को मायूस लौटना पड़ रहा है. यहां तक कि इस इलाके की सुरक्षा में तैनात CISF के जवानों को भी बाहर ही इंतज़ार करना पड़ रहा है. राजघाट में तीन दिनों से भरा पानी अब डराने लगा है. तीन दिनों से भरा पानी कई खतरों की आहट दे रहा है. ITO के पास की सड़क पर जमा पानी में कुछ कमी आई, इसीलिए इस सड़क से गुजरने वालों को आज भी परेशानी उठानी पड़ी. इस बीच ITO पर बने बैराज के गेट खोलने की कवायद जारी है. नौसेना की टीम जाम पड़े गेट खोलने के मिशन में जुटी हुई है.
यमुना बैराज खोलने की कोशिश जारी
यमुना पर बने बैराज को खोलने की कोशिश हो रही है. दरअसल यमुना की तलहटी में जमा सिल्ट के कारण ये गेट जाम हो गए थे, अब गेट के पास जमा सिल्ट हटाई जा रही है. यमुना में आए उफान के बाद ISBT और उसके आसपास का इलाका भी चार दिनों से जलमग्न है. पानी भरने के बाद ISBT के सामने स्थित निगम बोध श्मशान घाट भी बंद करना पड़ा है. निगम बोध घाट का इलाका अस्थाई तौर पर कई दिनों से बंद किया गया है. निगम बोध घाट के सामने का रिंग रोड का हिस्सा भी पानी में डूबा हुआ है.
हरियाणा सरकार ने किया केजरीवाल पर हमला
हरियाणा सरकार ने तथ्यों के साथ दिल्ली सरकार के आरोपों पर पलटवार किया. हरियाणा सरकार ने दावा किया कि दिल्ली में जो मुसीबत आने वाली थी उसकी केजरीवाल सरकार को पहले से जानकारी थी. फिर भी आम आदमी पार्टी की तरफ से बीजेपी पर हमले जारी रहे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि BJP को इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए, सबको मिलकर काम करना चाहिए. आपस में इस टाइम भी पार्टीबाजी करेंगे तो फिर ये ठीक नहीं है.
कब थमेगी सियासत की बाढ़?
ITO बैराज की मरम्मत का पैसा न देने के आरोपों पर भी केजरीवाल ने जवाब दिया. उन्होंने ये कहकर पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया कि बैराज का पैसा NTPC देती रही है. केजरीवाल ने कहा कि ये पैसा हम नहीं देते है, ये पैसा NTPC देती है. NTPC दिया करती थी, तो NTPC भी केन्द्र सरकार की है तो ये प्रश्न NTPC से पूछना चाहिए, उन्होंने दिया, नहीं दिया. इसमें दिल्ली सरकार का कोई रोल नहीं है. दिल्ली में एक और वाटर प्लांट शुरू कर दिया गया. CM केजरीवाल ने ट्वीट कर चंद्रावल वाटर प्लांट शुरू होने की जानकारी दी. इसके बाद पीने के पानी की किल्लत से जूझ रहे दिल्ली वालों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है.