नई दिल्ली: कोरोना वायरस से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने अब सार्वजनिक परिवहन के साधन ऑटो-रिक्शा, ग्रामीण सेवा, मैक्सी कैब, इको-फ्रेंडली सेवा और अन्य सार्वजनिक सेवा वाहनों को डिस-इंफैक्ट करने का अभियान मंगलवार से प्रारंभ कर दी. पहले दिन 1751 वाहन पहली पाली में ही डिस-इंफैक्ट किए गए. यह काम सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक हुआ. इसमें 1182 ऑटो-रिक्शा और 194 ई-रिक्शा शामिल हैं. सभी डीटीसी और क्लस्टर बस डिपो में दो शिफ्टों में यह काम किया जा रहा है.


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पहली पाली सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक है, जबकि दूसरी पाली शाम 4:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक है. सरकार डिस-इंफैक्ट के बाद वाहनो के लिए “सर्टिफिकेट ऑफ़ डिस-इन्फेक्शन” भी जारी कर रही है. सरकार की तरफ से पहले से ही मेट्रो और डीटीसी व कलस्टर सेवा की सभी बसों को डिस-इंफैक्ट किया जा रहा है.


दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत व्यक्तिगत रूप से डिस-इंफैक्ट अभियान की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि “इस अभियान के तहत सार्वजनिक परिवहन के सभी साधनों को डिस-इंफैक्ट किया जाएगा. हम आने वाले दिनों में इस तरह के सार्वजनिक सेवा वाहनों को और बेहतर बनाने की उम्मीद कर रहे हैं. ”


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सरकार ने सलाह दी है कि हर किसी को अपने वाहन को हर दिन डिस-इंफैक्ट करना चाहिए, हालांकि यह सेवा सभी के लिए अनिवार्य नहीं है. 12 मार्च को सभी अखबारों में एक अधिसूचना जारी की गई थी, जिसमें इन सार्वजनिक सेवा वाहनों के सभी मालिकों या ऑपरेटरों को इस अभियान में शामिल होने की सलाह दी गई थी.


कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार अपनी डीटीसी और क्लस्टर बसों  के साथ-साथ मेट्रो का भी दैनिक आधार पर डिस-इंफैक्ट कर रही है. सभी आईएसबीटी को भी रोजाना कीटाणुरहित किया जा रहा है, विशेष रूप से प्लेटफार्मों और सामान्य सतहों जैसे हाथ की रेलिंग, सीटें आदि.