नई दिल्‍ली : हरियाणा के मेवात इलाके में सोते हुए महिलाओं के बाल काटने की वारदात को अंजाम देने के बाद इस गैंग ने अब गुरुग्राम (गुड़गांव) और दिल्‍ली में इस तरह की वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया है. पिछले 24 घंटे में पलवल में 7 महिलाओं और दो किशोरियों, फरीदाबाद में एक के साथ चोटी काटने की वारदात हो चुकी है, जिसके बाद से लोग सदमे में आ गए हैं. वहीं, दिल्ली के छावला स्थित कांगनहेड़ी गांव में भी महिला की चोटी काट ली गई. रविवार की पूरी रात जागने के बाद यहां के युवा, बुजुर्ग और बच्चे सब डरे हुए हैं.


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सबसे ज्यादा दहशत महिलाओं में है. एक दिन पहले छावला में रहस्यमयी ढंग से तीन महिलाओं की चोटियां कट गईं. सोमवार को गांव में छोटी-छोटी बच्चियों से लेकर बुजुर्ग महिलाओं तक ने चोटी नहीं गूथी. दहशत के कारण महिलाएं जूड़ा पहनकर या बालों में कपड़ा बांधकर घरों में कैद हैं. गांववालों में तांत्रिक शक्तियों से लेकर अलग-अलग तरह की आपराधिक गतिविधियों को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं.


फरीदाबाद और पलवल में ऐसी 16 घटनाएं हो चुकी हैं. पिछले 24 घंटे में यहां चोटी कांड की 10 घटनाएं घटित हो चुकी हैं, जिनमें दो छात्राएं और बाकी घरेलू महिलाएं हैं. इस तरह से बढ़ती चोटी काटने की घटनाओं की जानकारी मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. गौरतलब है कि दिल्ली से सटे गुरुग्राम के साकरस के एक पीड़ित परिवार की शिकायत के बाद फिरोजपुर झिरका पुलिस ने चोटी काटने का पहला मामला दर्ज किया है.


दक्षिणी-पश्चिमी जिले के डीसीपी सुरेंद्र कुमार ने इस मामले को लेकर तीन लोगों पर संदेह जताया है, जो सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है. ये घटनाएं सिर्फ गांव-देहात जैसे इलाके में ही हो रही हैं, जबकि गुरुग्राम के पॉश इलाके में अभी तक एक भी ऐसी घटना सामने नहीं आई हैं. पुलिस ने सोशल मीडिया, टीवी चैनल और अखबार के माध्यम से लोगों से अपील की है कि वह अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही किसी तरह की अफवाह फैलाएं.