नई दिल्‍ली: भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 93 साल की उम्र में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में आखिरी सांस ली. पिछले 9 हफ्ते से एम्स में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बुधवार सेहत ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ऐसी शख्सियत थे जिन्‍हें देश-विदेश में ख्‍याति प्राप्‍त थी. देश में शायद ही कोई ऐसा व्‍यक्ति होगा जो उनके बारे में जानने के लिए उत्‍सुक नहीं होगा. उन्‍होंने अपने कार्यों के जरिये समाज के हर तबके के दिल तक अपनी पहुंच बनाई थी. विदेश में भी उनकी तूती बोलती थी. चाहे पाकिस्‍तान हो या चीन, कोई भी दुश्‍मन भारत की ओर नजर उठाने से पहले दस बार सोचता था. उन्‍हें 27 मार्च, 2015 को देश के सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मान से सम्‍मानित किया गया. 25 दिसंबर, 2015 को अटल बिहारी वाजपेयी के जन्‍मदिन पर सरकार ने गुड गवर्नेंस डे मनाने की घोषणा की. 


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जब श्‍मशान में थे नरेंद्र मोदी, तब CM बनाने के लिए आया अटल बिहारी वाजपेयी का फोन


अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में 10 अनसुनी बातें जानिए...


1. अटल बिहारी वाजपेयी पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे, जिन्‍होंने अपना कार्यकाल पूरा किया था.


2. अटल बिहारी वाजपेयी 1996 में पहली बार 13 दिनों के लिए प्रधानमंत्री बने थे. 


3. पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी ने कानपुर के डीएवी कॉलेज में अपने पिता के साथ कानून की पढ़ाई की है. दोनों एक ही कमरे में रहते थे.


4. प्रधानमंत्री रहते हुए नेशनल हाईवेज डेवलप प्रोजेक्‍ट (एनएचडीपी) और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) जैसी बड़ी और प्रमुख योजनाएं उन्‍हीं के कार्यकाल में शरू की गईं. एनएचडीपी के तहत देश के चार प्रमुख महानगरों मुंबई, दिल्‍ली, चेन्‍नई ओर कोलकाता को आपस में सड़क से जोड़ा गया. वहीं पीएमजीएसवाई के तहत देश के गांवों को जोड़ने के लिए हर मौसम में कारगर सड़कों का जाल बिछाया जाना था.


5. प्रधानमंत्री रहते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने देश की अर्थव्‍यवस्‍था को सुधारने और विश्‍व में देश की बेहतर छवि बनाने के लिए निजीकरण को लेकर अभियान भी चलाया.


6. अटल बिहारी वाजपेयी 9 बार सांसद के रूप में लोकसभा पहुंचे. साथ ही दो बार राज्‍यसभा भी पहुंचे.


जब अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा कि राजीव गांधी की वजह से जिंदा हूं


7. 1977 में अटल बिहारी वाजपेयी विदेश मंत्री बने. वे मंत्री बनने वाले जन संघ के पहले सदस्‍य थे.


8. वाजपेयी को 1992 में पद्मविभूषण और 1994 में बेस्‍ट पार्लियामेंटेरियन अवॉर्ड मिला.


9. 2014 में राष्‍ट्रपति कार्यालय ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मदन मोहन मालवीय को देश का सर्वोच्‍च सम्‍मान देने की घोषणा की थी. 


10. उन्‍हें लोग प्‍यार से 'बाप जी' भी कहते हैं. 2005 में स्‍वास्‍थ्‍य कारणों से अटल बिहारी वाजपेयी ने सक्रिय राजनीति से संन्‍यास ले लिया.