नई दिल्ली: हज पर जा रहे रिश्तेदारों को छोड़ने के लिए अपने माता-पिता के साथ दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे दो बच्चे बिछड़ गए. अपने को अकेला पाकर बच्चे जोर-जोर से रोने लगे. बच्चों को रोता देख वहां तैनात महिला सब इंस्पेक्टर अनिता कुमारी ने पहले तो बच्चों को ढांढस बंधाया. फिर उनके साथ मिलकर परिजनों को तलाशने में भी कामयाब हो गई. बिछड़े बच्चों को पाकर उनके परिजन भी काफी खुश हुए और दिल्ली पुलिस की जमकर तारीफ की. 


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पुलिस के अनुसार इन दिनों हज पर जाने वाले यात्री दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंच रहे हैं. उनके साथ उनके परिवार के सदस्य भी होते हैं, जो उन्हें एयरपोर्ट पर छोड़ने के लिए आते हैं. हज यात्रियों की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस ने एयरपोर्ट पर विशेष इंतजाम किए हुए हैं. 


एयरपोर्ट के डीसीपी संजय भाटिया के मुताबिक, 6 जुलाई को एयरपोर्ट के मल्टी लेवल पार्किंग के पास सब इंस्पेक्टर अनिता कुमारी मौजूद थीं. गश्त के दौरान महिला पुलिसकर्मी ने दो बच्चों को जोर-जोर से रोते हुए देखा. अनिता कुमारी बच्चों के पास पहुंची और उन्हें चुप कराया. पूछताछ करने पर पता चला कि दोनों बच्चे भाई-बहन हैं और इनके नाम जेनुल (5) और तन्नू (8) है. बच्चों ने बताया वह अपनी माता रजिया और पिता इस्तेकार के साथ बुलंदशहर से आए हैं. बच्चों ने बताया कि उनके रिश्तेदार हज पर जा रहे हैं. एयरपोर्ट पर बस से उतरने के बाद दोनों अपने माता-पिता से बिछड़ गए हैं.


अनिता ने बच्चों को उनके माता-पिता से मिलवाने का आश्वासन दिया और उन्हें लेकर हज पार्किंग एरिया में गई. काफी तलाश के बाद भी बच्चों के माता-पिता वहां नहीं मिले. उसके बाद महिला पुलिसकर्मी बच्चों को वहां ले गई जहां वह बस से उतरे थे. करीब आधे घंटे की तलाश करने के बाद बच्चों के परिजन मिल गए. परिजन भी अपने बच्चों की तलाश कर रहे थे. बच्चों के मिलने के बाद परिजन काफी खुश हुए और महिला पुलिस कर्मी के प्रयासों की जमकर तारीफ की.