हनीप्रीत ने अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की
हनीप्रीत उन 43 लोगों की सूची में शीर्ष पर है जिनकी हरियाणा पुलिस को राम रहीम को बलात्कार के मामलों में दोषी ठहराने जाने के बाद हुई हिंसा की घटनाओं के संबंध में तलाश है.
नई दिल्ली: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार के दो मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से फरार चल रही हनीप्रीत इंसां ने अंतरिम अग्रिम जमानत की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की. यह जानकारी हनीप्रीत के वकील ने दी. जेल में बंद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की दत्तक पुत्री प्रियंका तनेजा उर्फ हनीप्रीत उन 43 लोगों की सूची में शीर्ष पर है जिनकी हरियाणा पुलिस को राम रहीम को बलात्कार के मामलों में दोषी ठहराने जाने के बाद हुई हिंसा की घटनाओं के संबंध में तलाश है.
हनीप्रीत के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी पुलिस ने जारी किया था
इससे पहले पुलिस ने हनीप्रीत के खिलाफ एक लुकआउट नोटिस जारी किया था. हनीप्रीत के वकील प्रदीप कुमार आर्य ने बताया कि उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की है. आर्य ने बताया कि मामले को जल्दी सुनवायी के लिए मंगलवार को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल के नेतृत्व वाली पीठ के समक्ष उल्लेखित किया जाएगा.
25 अगस्त को राम रहीम को अदालत ने दोषी ठहराया था
राम रहीम को पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने 25 अगस्त को दोषी ठहराया था. उसके बाद हरियाणा के पंचकूला और सिरसा जिलों में हिंसा और आगजनी हुई थी जिसमें 41 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे. सीबीआई अदालत ने 28 अगस्त को राम रहीम को 2002 में साध्वियों से बलात्कार करने के लिए 20 वर्ष की सजा सुनायी थी. हनीप्रीत 25 अगस्त को राम रहीम के साथ विशेष सीबीआई अदालत गई थी. राम रहीम को दोषी ठहराये जाने के बाद हनीप्रीत उसके साथ उस विशेष हेलीकाप्टर में भी साथ गई थी जो उसे पंचकूला से रोहतक ले गया था.