चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर यमुना नदी और गुरूग्राम नहर में ‘अत्यंत प्रदूषित’ जल गिरने पर गंभीर चिंता जताई.


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उन्होंने केजरीवाल से दिल्ली सरकार से अपने सभी संबंधित विभागों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने को कहा कि नदी और नहर में अशोधित या आंशिक रूप से शोधित जलमल नहीं डाला जाए.


पत्र में खट्टर ने कहा कि यमुना सोनीपत जिले के पल्ला से दिल्ली में प्रवेश करती है और फिर वह फरीदाबाद जिले के बसंतपुर गांव से हरियाणा में आती है. यह दिल्ली में 52 किलोमीटर तक रहती है.


उन्होंने पत्र में लिखा, ‘इस दौरान इसमें 60 से अधिक अशोधित या आंशिक रूप से शोधित उद्योगों या घरों के नाले गिरते हैं. इससे नदी के हरियाणा में प्रवेश करने से पहले इसमें गंभीर प्रदूषण हो जाता है.’


खट्टर ने कहा कि इसलिए अत्यंत जरूरी है कि दिल्ली सरकार नालों के जल का शोधन कराए और सुनिश्चित करे कि नालों का केवल पूरी तरह से शोधित जल ही यमुना नदी में गिरे.


(इनपुट - भाषा)