नई दिल्ली: कोरोना (Corona) संक्रमण से निटपने के लिए गरीबों और बच्चों के लिए राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी स्कूलों में चिकित्सा सुविधाओं से लैस आइसोलेशन सेंटर (Isolation Center)स्‍थापित किए जाने की मांग की गई है. यह मांग दिल्‍ली हाई कोर्ट (Delhi HC) में एक जनहित याचिका (PIL) के जरिए की गई है. इसमें कहा गया है कि कोर्ट ऐसे सेंटर स्थापित करने के केंद्र और दिल्ली सरकार को निर्देशित करे. 


होम आइसोलेन पॉलिसी में संशोधन की मांग 


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इस याचिका में मौजूदा होम आइसोलेशन (Home Isolation) पॉलिसी में संशोधन करने की भी मांग की गई है. इसे लेकर दावा किया गया है कि यह अधिकांश आबादी के लिए विफल साबित हो रही है क्योंकि हर परिवार के पास COVID-19 से संक्रमित सदस्‍यों को आइसोलेट करने के लिए अलग कमरा नहीं है. 


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याचिका में कहा गया है, 'होम आइसोलेशन की मौजूदा नीति के तहत संक्रमित व्यक्ति को एक अलग कमरा और उससे सटा शौचालय दिया जाना चाहिए ताकि वह अन्य सदस्यों के साथ कम से कम शारीरिक संपर्क में आए. लेकिन वास्तव में निम्न मध्यम वर्ग के घरों में ऐसी व्‍यवस्‍था कर पाना शायद ही संभव हो. इस कारण परिवार में कई संक्रमित हो रहे हैं और इससे शहर के अस्पतालों पर मरीजों का बोझ बढ़ रहा है.' 


तीसरी लहर में बच्‍चों के प्रभावित होने की आशंका 


याचिका में बच्चों के स्‍वास्‍थ्‍य की देखभाल करने के लिए जरूरी इंतजाम करने और आइसोलेशन सेंटर बनाने की मांग की गई है. इसके पीछे याचिका में कई चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा महामारी की तीसरी लहर में बच्‍चों के ज्‍यादा प्रभावित होने की आशंका का हवाला दिया है.