दिल्ली में एक शख्स 603 दिनों तक फाइव स्टार होटल में बिना पैसे दिए रहा और फिर फरार हो गया. दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट (आईजीआई) के करीब बने एक फाइल स्टार होटल ने आरोप लगाया है कि उसके एक गेस्ट ने होटल के कर्मचारियों के साथ मिलिभगत कर डेढ़ साल से अधिक समय तक बिना पैसे दिए होटल में रहा. 


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यह शख्स होटल में 603 दिनों तक ठहरा रहा, इस दौरान को 58 लाख रुपये का नुकसान हुआ. आईजीआई के पास एयरोसिटी में स्थित होटल रोजिएट हाउस ने इस मामले में IGI एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया है. होटल की संचालन करने वाली बर्ड एयरपोर्ट्स होटल प्राइवेट लिमिटेड के अधिकृत प्रतिनिधि विनोद मल्होत्रा ने इस विषय में एफआईआर दर्ज कराई है.


इस एफआईआर के अनुसार, अंकुश दत्ता होटल में 603 दिनों तक रहा, जिस पर 58 लाख रुपये का खर्च आया, लेकिन होटल छोड़ते समय उसने पैसे का भुगतान नहीं किया और फरार हो गया.


दर्ज शिकायत के मुताबिक, होटल के ‘फ्रंट ऑफिस विभाग’ के हेड प्रेम प्रकाश ने नियमों का उल्लंघन किया और अंकुश दत्ता को 603 दिनों तक होटल में रुकने की इजाजत दी. प्रकाश के पास होटल के कमरे के किराये के बारे में फैसला लेने का अधिकार था. इतना ही नहीं उसके पास होटल में आने वाले गेस्ट के बैलेंस पर नजर रखने वाले कंप्यूटर सिस्टम तक पहुंच थी.


इसी का फायदा उठाकर उसने दत्ता को होटल में रुकने की इजाजत दी. होटल के मैनेजमेंट का मानना है कि इसके बदले प्रकाश को कुछ पैसे मिले होंगे. इसी वजह से उसने गेस्ट की डिटेल रखने वाले सिस्टम में छेड़छाड़ की और दत्ता के ज्यादा दिनों तक होटल में रुकने की व्यवस्था की.


दर्ज केस में कहा गया है, ‘अंकुश दत्ता ने गलत तरीके से लाभ उठाने और होटल को उसके वाजिब किराये से वंचित करने के मकसद से प्रेम प्रकाश सहित कुछ ज्ञात और अज्ञात होटल कर्मियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची.’


होटल के दावे के मुताबिक, दत्ता ने 30 मई 2019 को होटल में चेक इन किया था और उसे 31 मई 2019 को होटल से चेक आउट करना था. लेकिन वह 22 जनवरी 2021 तक वहां रुका रहा. होटल ने दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि उन्होंने ‘‘अपराध, विश्वासघात, धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और खातों से छेड़छाड़ कर जालसाजी’’ की है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.