Haryana News: कैथल पहुंचे इंडिया गठबंधन से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सुशील गुप्ता और एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज हरियाणा का किसान आक्रोश में है. हर रोज हजारों की तादात में किसान भाई मुझसे आकर मिल रहे हैं. किसान बहुत गुस्से में हैं, क्योंकि किसानों के खिलाफ इस सरकार ने अघोषित जंग छेड़ रखी है. एक के बाद एक किसानों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. सरकार ने किसानों पे पर्चे कर रही ही सरकार, किसानों के ट्रैक्टरों को जब्त किया जा रहा है. सारे सीजन ट्रैक्टर थाने में खड़े रखने की साज़िश कर रही है सरकार.


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उन्होंने कहा कि किसानों को गुलाम समझा जा रहा है. बुजुर्ग किसानों के खिलाफ FIR हो रही है. जब से ये सरकार आयी है तब से किसानों को लगातार बर्बादी की खाई में धकेला जा रहा है. न फसल का सही दाम मिलता है, न फसल खराब होने पर सही मुआवजा भावांतर योजना तो पैसे लूटने की मशीन बन गई है. ये लोग किसानों से नफरत करते हैं, क्योंकि किसानों ने इनके अहंकार को घुटनों पर ला दिया है, लगातार किसानों के सामने सरकार को मुंह की खानी पढ़ी है. अब चुन चुन कर बदले की भावना से किसान भाइयों पर कार्यवाही कर रही है सरकार.


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उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े. इसी के साथ किसानों पर पैलेट गन से हमला किया. किसानों पर NSA लगाया. इतना ही नहीं किसानों के खाते सील कर दिया गया, किसानों की प्रॉपर्टी जब्त की, जिन किसानों को सरकार ने लाठियों से पीटा आज उन्हीं किसानों से बेशर्मी से वोट मांगने जा रहे हैं. किसानों ने इन लोगों के गांव में एंट्री बंद कर दी है. अब जो इनका गांव में घुसने में विरोध कर रहा है उसपर भी पर्चा कर रहे हैं. इन्हें लगता है किसान डर के घर बैठ जाएगा, जिस किसान के सम्मान पर तानाशाह ने लट्ठ बरसाई हैं वही किसान इनको इनकी हैसियत याद दिलाएगा.


सुशील गुप्ता ने आगे कहा कि किसानों की मेहनत से उगाया हुआ अनाज कोड़ियों के भाव अपने दोस्तों को बेचना चाहते हैं. ये चाहते हैं किसान 6-6 दिन लाइनों में लगे, न पीने को पानी मिले न टॉयलेट मिले. धक्के खाता किसान अड़ानी के गोदाम में पहुंचे और 10 कमियां निकाल कर किसान को बेइज्जत करके वहां से निकाल दिया जाये? जिन काले कानूनों को वापस करवाने के लिए 700 किसानों ने शहादत दी उन काले कानूनों को ये बैक डोर से लागू करना चाह रहे हैं.


उन्होंने आगे कहा कि जब तक आम आदमी पार्टी है तब तक तो इनके मकसद को कामइयाब नहीं होने देंगे. हमारे किसान भाइयों को अड़ानी का मजदूर नहीं बनने देंगे. यह किसानों की अस्मिता की लड़ाई है और इस लड़ाई में आम आदमी पार्टी और सुशील गुप्ता किसानों के साथ था है और रहेगा.


(इनपुटः विपिन शर्मा)