Adampur By-election: आदमपुर उपचुनाव में सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र ग्रामीण क्षेत्र हैं. यहां के वोटर्स ही विधायक के नाम पर मोहर लगाएंगे. इस विधानसभा के बड़े गांव बालसमंद, सीसवाल, सदलपुर गांव आते हैं. वहीं आदमपुर मंडी के लोगों का कहना है कि हम आज भी स्वर्गीय पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल को तो सम्मान के साथ याद करते हैं, लेकिन भजनलाल वाली बात कुलदीप बिश्नोई में नहीं कुलदीप बिश्नोई ने आदमपुर गांव के लिए कुछ खास नहीं किया.


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आदमपुर गांव का रुख
वहीं जब जी मीडिया की टीम ने आदमपुर गांव में चुनावी चौपाल लगाई. इस दौरान दलित समाज ने बताया कि चौपाल का उद्घाटन हुए कई वर्ष हो गए, लेकिन उसके बाद भजनलाल परिवार में से कोई उसकी सुध लेने भी नहीं आया. इस बार दलित पिछड़ा वर्ग सीधे तौर पर इलेक्शन कैंपेन के दौरान उम्मीदवारों से काम को लेकर सीधा आश्वासन चाहता है. आदमपुर गांव के लोगों ने अपनी समस्याओं की वह लिस्ट बना रखी है, जो वोट मांगने आने पर नेताओं के सामने रखेंगे.


वहीं इलाके के छोटे किसानों का साफ तौर पर बिश्नोई परिवार के प्रति लगाव नजर आया. उनके लिए इस चुनाव में न कोई मुद्दा है और न ही कोई विरोधी. सिर्फ भजनलाल परिवार के साथ ताल्लुक को ही महत्वता दी जाएगी. हालांकि कपास के खेत के पास ही किसान परिवार के ही युवा जो पढ़ाई लिखाई करते हैं, उनका मत थोड़ा अलग है. वह भजनलाल परिवार सहित और भी किसी को मौका देने से परहेज नहीं करेंगे.


असरावां गांव का रुख
2019 के लोकसभा चुनाव में भव्य बिश्नोई कांग्रेस की टिकट पर आदमपुर लोकसभा सीट पर हारे थे. आदमपुर विधानसभा में भी बड़े इलाके में भव्य बिश्नोई को पर्याप्त वोट नहीं मिले थे, लेकिन चार गांवों में जहां भव्य बिश्नोई की बढ़त रही थी. उनमें से एक है असरावां गांव है, जहां कुल 2100 वोट हैं. वहीं असरावां गांव की बुजुर्ग पंचायत दावा कर रही है कि इलेक्शन में चाहे कोई भी सामने आ जाए. उनका गांव तो पूर्ण समर्पण के साथ भजनलाल परिवार के साथ ही खड़ा रहेगा.


फ्रांसी गांव का रुख
2600 वोट का फ्रांसी गांव बहुत ही रोचक अंदाज में आदमपुर उपचुनाव में गुजरात इलेक्शन और दिल्ली में मंत्री के विवादित बोल जैसे बड़े मुद्दों के प्रति भी सजग है. आदमपुर उपचुनाव में मोदी कनेक्शन किस तरह से भाजपा के उम्मीदवार के काम आएगा, यहां के बुजुर्ग साफ तौर पर कहते हैं.‌ ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है कि टीवी और सोशल मीडिया के माध्यम से गुजरात चुनाव के मुद्दे दिल्ली की राजनीति में आप के नेताओं और मंत्रियों पर लगे आरोप यहां तक यानी कि हिसार की आदमपुर जैसी दूरदराज की जगह तक लोगों को प्रभावित कर रहे हैं.


इस गांव में मोदी मोदी की गूंज नजर आई साथ ही कुछ बुजुर्गों ने यहां यह भी कहा कि अभी मुकाबला जमने दीजिए. कांग्रेस के जयप्रकाश के आने के बाद समीकरण बदलेंगे. वही कुछ युवा आप का भी जिक्र करते नजर आए.