Airport Connectivity Project: दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट की दूरी 80 मिनट में होगी पूरी, जाम से मिलेगी राहत
Airport Connectivity Rapid Rail Project: रैपिड रेल कॉरिडोर में कुल 25 स्टेशन होंगे. इस प्रोजक्ट तैयार करने का उद्देश्य एयरपोर्ट्स की कनेक्टिविटी को बेहद आसान बनाना है. इस प्रोजेक्ट से यात्री बिना किसी परेशानी और जाम के सीधे एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं.
Airport Connectivity Rapid Rail Project: दिल्ली- NCR में मेट्रो की कनेक्टिविटी इतनी मजबूत हो चुकी है कि अब घंटों का सफर मिनटों में पूरा हो रहा है. इसी के साथ लोगों को लंबे जाम में फसना नहीं पड़ता. इस बीच एयरपोर्ट जाने वाले लोगों के लिए एयरपोर्ट लाइन काफी सहूलियत देने वाली है.
इसी के साथ यह नोएडा और दिल्ली के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की भी खबर है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर नोएडा एयरपोर्ट तक रैपिड रेल प्रोजेक्ट शुरू होने जा रहा है. साथ ही एनसीआरटीसी (NCRTC) को इस योजना की रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी दी गई है.
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दो चरणों में प्रोजेक्ट होगा पूरा
बता दें कि इस प्रोजेक्ट के पूरे होने से नोएडा से दिल्ली एयरपोर्ट तक सफर करने वाले लोगों के लिए लंबी दूरी तय करने में आसानी होने वाली है. यह प्रोजेक्ट दो चरणों में पूरा होने वाला है. इतना ही नहीं, इस लाइन को गाजियाबाद को भी कनेक्ट किया जाता है. इस नए प्रोजेक्ट से लेकर दिल्ली और गाजियाबाद के लोगों को एयरपोर्ट तक पहुंचने में आसानी होगी. जानकारी दे मुताबिक, रैपिड रेल में सफर दिल्ली एयरपोर्ट से सिर्फ 80 मिनट में नोएडा एयरपोर्ट पहुंचा जा सकता हैं. वहीं, गाजियाबाद से आने वाले लोगों को 50 मिनट का समय लगेगा.
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एयरपोर्ट कनेक्टिविटी होगी आसान
आपको बता दें कि रैपिड रेल कॉरिडोर में कुल 25 स्टेशन होंगे. इस प्रोजक्ट तैयार करने का उद्देश्य एयरपोर्ट्स की कनेक्टिविटी को बेहद आसान बनाना है. इस प्रोजेक्ट से यात्री बिना किसी परेशानी और जाम के सीधे एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं. इस कॉरिडोर की लंबाई कुल 72.2 किमी की होगी. इसी के साथ मेट्रो की कुछ लाइनों को भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ा जाने वाला है.
खबरों की माने तो प्रोजेक्ट का पहला चरण 2031 तक बनकर तैयार होने वाला है. इसके बाद दूसरे चरण की शुरुआत 2041 तक होने वाली है. आने वाले 6 महीने में इससे जुड़ी रिपोर्ट सामने आ सकती है. इसके बाद मेट्रो का कार्य शुरू होगा. मेट्रो के इस प्रोजेक्ट के लिए यमुना प्राधिकरण की तरफ से DPR तैयार करने के लिए 6.39 करोड़ रुपये भी जारी किए जा चुके हैं.