AAP विधायक अमानतुल्लाह खान गिरफ्तार, 5 ठिकानों पर छापा, 2 गैर लाइसेंसी हथियार, 24 लाख कैश और कागजात बरामद
आप के विधायक अमानतुल्लाह खान के 5 ठिकानों पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने रेड मारी और जांच कर रही थी, जांच में ठिकानों से दो गैर लाइसेंस हथियारों के अलावा 24 लाख कैश और कागजात को जब्त कर लिया गया है, जिसके बाद आप विधायक अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार कर लिया गया है.
AAP MLA Amanatullah Khan: आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान की मुसीबतें एक बार फिर से बढ़ती दिखाई दे रही हैं. शुक्रवार यानी की आज आप विधायक अमानतुल्लाह खान के ठिकानों पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने रेड के बाद जांच कर रही है. खबरों की मानें तो अमानतुल्लाह के घर और उनके 5 ठिकानों पर रेड की जा रही है.
वक्फ बोर्ड से जुड़े मामले में की जा रही कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, रेड के दौरान अमानतुल्ला के ठिकानों से हथियार बरामद किए गए हैं. मगर मिले हथियारों के लाइसेंस नहीं है. यह हथियार अमानतुल्लाह के बिजनेस पार्टनर हामिद अली के घर से मिला है. साथ ही 12 लाख रुपये कैश भी मिला है. टीमें यहां जामिया, ओखला, गफूर नगर में रेड कर रही हैं.
जो पूछा गया उसका जवाब दियाः अमानतुल्लाह
बता दें कि जांच के दौरान की गई पूछताछ के बारे में अमानतुल्लाह ने कहा कि ये लोग कहते हैं ऊपर से प्रेशर है. कोई भी शिकायत डालता है. CEO वक्फ बोर्ड की शिकायत पर ऐसा हो रहा है. कॉन्ट्रैक्ट के लिए नहीं, पर्मानेंट स्टाफ के लिए नियुक्ति हुई थी. दंगों के समय मेरा पर्सनल अकाउंट, रिलीज अकाउंट नहीं बन सकता था.
उन्होंने कहा कि मुझसे पहले 24 लोगों को भर्ती किया गया. सबको मेरिट बेस पर लिया गया. उसी CEO ने इन लोगों भी रखा, जिसने शिकायत की है. ये 2022 के रिकॉर्ड मांग रहे हैं जो हमने दिया. रिलीफ कमिटी 2020 में बनी, FIR उससे पहले हो गई. ना मैंने किसी केस को प्रभावित किया ना कुछ गलत किया. मैंने सभी मानदंडों का पालन किया है. मेरे खिलाफ 23-24 FIR हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि हर बार जब भी किसी अनजान व्यक्ति को शिकायत होती है तो ये लोग मुझे पूछताछ के लिए बुलाते हैं. मैंने 125 स्थायी कर्मचारियों के लिए प्रस्ताव भेजा था लेकिन वह मंजूर नहीं हुआ. मुझे उस काम के लिए संविदा कर्मचारियों को काम पर रखना पड़ा जो मैंने मानदंडों का पालन किया था. भर्ती समिति ने योग्यता के आधार पर लोगों को नियुक्त किया था, यह नहीं कह सकता कि मेरे रिश्तेदारों को वरीयता दी गई या नहीं.
ये है पूरा मामला
आपको बता दें कि अमानतुल्लाह खान पर वक्फ बोर्ड (waqf board) के बैंक खातों में 'वित्तीय गड़बड़ी', वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में किरायेदारी का निर्माण, वाहनों की खरीद में 'भ्रष्टाचार' और दिल्ली वक्फ बोर्ड में सेवा नियमों में उल्लंघन करते हुए 33 लोगों की 'अवैध नियुक्ति' के आरोप लगे हैं. इससे पहले भी ACB ने जनवरी 2022 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत केस को दर्ज किया था.
इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान पर दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन रहते हुए अपने पद का गलत इस्तेमाल करने और अपनों की करीबियों की नियुक्तियां करने का आरोप लगा है. सीबीआई ने इसी साल मई में अमानतुल्लाह खान पर मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी थी.